जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में कोरोना संक्रमण को लेकर जिले में वैसे तो काफी एहतियात बरते जा रहे हैं। इसका परिणाम दिख भी रहा है। लेकिन वह शहरी इलाकों में ही। ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो वहां अभी काफी सतर्कता बरते जाने की जरूरत महसूस की जा रही है। आलम यह है कि जिले में अब तक मिले कोरोना के 371 मरीजों में 41 ग्रामीण क्षेत्र से हैं। इसी कड़ी में जिले के पाटन ब्लॉक में तो एक तरह से कोरोना का बम ही फूट पड़ा जब एक ही परिवार के 10 सदस्य पॉजिटिव घोषित किए गए। इस ब्लाक में अब कोरोना पॉजिटिव की संख्या 14 पहुंच गई है।

जानकारी के मुताबिक पाटन ब्लॉक के जिस परिवार में एक साथ 10 सदस्य कोरोना पॉजिटिव घोषित हुए हैं उसी परिवार में गत 20 जून को 23 वर्षीय युवक व 6 साल की बच्ची कोरोना से संक्रमित मिली। पीपीई किट पहने स्वास्थ्य कर्मी दोनों को जब ले जाने की तैयारी कर रहे थे तब स्वजन ने गले लगाकर, माथा चूमकर उन्हें विदा किया। इतना ही नहीं होम क्वारंटाइन के दौरान युवक के घर के बाहर घूमने की जानकारी से स्वास्थ्य अधिकारी चिंता में पड़ गए हैं।

अब पाटन में कोरोना के सर्वाधिक 14 मरीज सामने आ चुके हैं। एक ही परिवार के कई सदस्यों के संक्रमित होने के बाद अन्य परिजनों के भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है। इन संक्रमितों के कारण क्षेत्र के कई नागरिक व किराने की दुकान में आने वाले ग्राहक भी संदेह के घेरे में हैं। प्रवासी मजदूरों के कारण संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत क्वारंटीन सेंटर के इंतजाम किए हैं। बाहर से आए जिन मजदूरों के घर पर सेपरेट रूम और टॉयलेट की सुविधा नहीं है उन्हें संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में रखा गया।

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