इंदौर। इंदौर की राज्य सायबर सेल ने रिन्युअल व लेप्स हो चुकी इंश्योरेंस पॉलिसी को जीवित करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को दिल्ली में (ओखला) स्थित कॉल सेंटर से गिरफ्तार किया है।
कॉल सेंटर पर रेड के दौरान एक दर्जन युवक युवतियां काम कर रहे थे। एसपी सायबर सेल जितेंद्र सिंह ने बताया कि दीपावली के पहले सेल की टीम ने दिल्ली जाकर आरोपियों की रेकी की थी।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने इंदौर उज्जैन सागर रायसेन के फरियादियों के साथ ठगी करना स्वीकार कर पूरे मध्य प्रदेश सहित देश में ठगी की वारदात करना कबूला है।
ये आरोपी IRDA, RBI इंश्यूरेंस रेग्यूलेटरी अथॉरिटी आदि का नाम लेकर पीड़ितों को विशेषकर सीनियर सिटीजन को ठगते हैं।
गिरफ्तार आरोपी के नाम –
1) प्रदीप प्रसाद पिता राजेन्द्र प्रसाद उम्र 33 वर्ष निवासी- G -83 मेन मार्केट अली विहार सरीता विहार नई दिल्ली,
2- सुमित मलिक पिता गुलशन मलिक उम्र 25 वर्ष निवासी-ए 13 तीसरा माला गली नंबर 3, आईटी एक्सटेंशन और
3)आत्मदेव पिता रामकिशन सिंह उम्र 28 वर्ष, निवासी एच-35 अली विहार सरीता विहार नई दिल्ली है।
•गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी प्रदीप और उसका साथी सुमित मलिक तथा आत्मदेव हैदराबाद में 75 लाख रूपये की इंश्योरेंस ठगी में गिरफ्तार हो चुके हैं।
प्रकरण का अन्य आरोपी सुमित तोमर तिहाड़ जेल में धारा 376 भादवी के प्रकरण में निरुद्ध है।
एसपी सिंह ने बताया कि आवेदक प्रमोद वांकणकर द्वारा एक लिखित शिकायत आवेदन दिया गया था । जिसमें उनके द्वारा बताया गया था कि उनके साथ लेप्स बीमा पॉलिसी का पैसा वापस दिलाने के नाम पर 23 लाख 62 हजार रूपयें की ठगी की गई है । प्रकरण में अभिषेक दीवान एवं हरिश दीवान की पिछले वर्ष सितंबर 2019 में गिरफ्तारी की जाकर प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी प्रदीप प्रसाद, सुमित मलिक तथा आत्मदेव की तलाश में राज्य सायबर सेल की टीम द्वारा लगातार दिल्ली में आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी । आरोपी बार बार पुलिस को चकमा देकर फरार थे । आरोपी प्रदीप प्रसाद की गिरफ्तारी पर 5000/- रूपयें इनाम की उद्धोषणा की गई थी ।
मुखबीर द्वारा आरोपी प्रदीप प्रसाद के दिल्ली के ओखला इलाके में इंश्यूरेंस का कॉल सेंटर चलाए जाने की जानकारी दी गई थी । जिसकी तस्दीक हेतु टीम को दिल्ली रवाना किया गया । जहां उनके द्वारा लगातार आरोपी प्रदीप प्रसाद और उसके साथी सुमित मलिक और आत्मदेव की दिल्ली में रहकर उनकी आवाजाही एवं अन्य गतिविधियों पर सतत निगाह रखी गई । दिनांक 20/11/2020 को सायबर टीम द्वारा फरार इनामी आरोपी प्रदीप प्रसाद के ओखला स्थित ठिकाने पर दबिश दी गई ।
जहां आरोपी प्रदीप प्रसाद अपने साथी सुमित मलिक तथा आत्मदेव के साथ इंश्यूरेस का फर्जी कॉल सेंटर संचालित करता हुआ रंगे हाथ पकड़ा गया । जिसे राज्य सायबर सेल की टीम द्वारा गिरफ्तार कर इंदौर लाकर पूछताछ की गई एवं आरोपियों के कब्जे से फरियादी से ठगे गए रूपयों से खरीदी गई एक आई-20 कार भी जप्त की गई ।
आरोपियों से इस अपराध एवं मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में की गई इंश्योरेंस फ्रॉड के नाम पर ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है । जिसमें अन्य पीड़ितों की जानकारी का खुलासा होने की संभावना है ।
प्रकरण के आरोपियों की गिरफ्तारी करने में निरीक्षक अंबरिश मिश्रा, उनि.जितेन्द्र चौहान, प्रआर. रामप्रकाश बाजपेई, प्रआर रामपाल पाल, प्रआर मनोज राठौड, आरक्षक आशिष शुक्ला, राहुल सिंह गौर, गजेन्द्र राठौर, विजय बड़ोदकर एवं दिनेश सौराष्ट्री की भूमिका रही ।