जीवाजी विश्वविद्यालय के टंडन हॉल में शनिवार को स्थायी समिति की बैठक हुई। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में रेक्टर प्रो डीडी अग्रवाल, कुलसचिव प्रो. आनंद मिश्रा सहित,प्रो. अविनाश तिवारी, प्रो. डीएन गोस्वामी, प्रो. संजय कुलश्रेष्ठ, प्रो. जेएन गौतम, प्रो. एसके शुक्ला, प्रो. केएस ठाकुर मौजूद रहे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ऑफलाइन हुई इस बैठक में सबसे पहले नए सदस्यों का स्वागत कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, रेक्टर प्रो. डीडी अग्रवाल और कुलसचिव प्रो. आनंद मिश्रा ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
मीटिंग में विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं कराने के संबंध में निर्णय हुआ कि शासन के निर्देशानुसार और गठित कुलसचिवों की समिति की अनुशंसाओं के आधार पर परीक्षाएं कराने की अनुशंसाएं की गईं।
बैठक में मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा परिषद भोपाल से आईटीआई विषयों में पास सिलेबस के आधार पर बीकॉम में प्रवेश करने को मान्य किया गया। मीटिंग में ंिबंदु रखा गया कि ग्वालियर मानसिक आरोग्यशाला में एमफिल क्लीनिकल साइकोलॉजिकल का दो वर्षीय पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसकी संबद्धता जेयू ने संस्थान को 6 सीट, 6 साल के लिए दी है, लेकिन संस्थान को रिहेबिलेशन काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा भी 2020 के सत्र के लिए 8 सीट की मान्यता व स्वीकृति दी गई है। इस संबंध में निर्णय को मान्य कर लिया गया।
मीटिंग में गांधी वोकेशनल कॉलेज गुना को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा ग्रांट ऑफ एक्सटेंशन ऑफ ऑटोनोमस स्टेटस 2020- 21 से 2029- 30 तक कुल दस सालों के लिए प्रदान किया गया है। इस संबंध में भी निर्णय को मान्य करते हुए कॉलेज को जेयू द्वारा भी ऑटोनोमी प्रदान की गई। मीटिंग में भगत उदय सिंह महाविद्यालय पचैरा गोरमी भिंड को शासन के आदेशानुसार बंद किए जाने का निर्णय भी लिया गया।
ये निर्णय भी हुए–ऐसे छात्र जो स्नातक व स्नातकोत्तर के सामान्य पाठ्यक्रमों में अधिकतम अवधि तथा अतिरिक्त एक वर्ष तक भी पाठ्यक्रम पूरा नहीं कर पाते, उन्हें शासन के आदेशानुसार स्वाध्यायी छात्र के रूप में बिठाने व, स्वाध्यायी डिग्री प्रदान करने का निर्णय हुआ। ऐसे में छात्रों के गैप को भी ध्यान में रखना होगा।
योग संबंधी पाठ्यक्रमों के संबंध में एमए और एमएससी दोनों की डिग्री प्रदान करने का निर्णय हुआ।