भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सरकारी व निजी दफ्तर, शॉपिंग मॉल, होटल व उद्योग खुल गए। शहर दौड़ने लगा, लेकिन कोरोना के चलते यहां अभी 17 हजार से ज्यादा लोग अपने घरों में कैद हैं। पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले, कोरोना के हल्के लक्षण वाले व दूसरे देश, प्रदेश व जिलों से यात्रा करके आए लोगों को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उन्हें घर में ही क्वारंटाइन किया गया है।
8 दिन पूर्व से शहर में रोजाना औसतन 50 मरीज मिल रहे हैं। आने-जाने की सुविधा शुरू होने से बाहर से भी लोग आ रहे हैं, इस कारण घर में क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या बढ़ रही है। भोपाल में मौजूदा स्थित में 170 कंटनेमेंट क्षेत्र हैं। यहां 31976 लोग रह रहे हैं। इनमें 8875 लोग घर में ही क्वारंटाइन किए गए हैं। इसके अलावा गैर कंटेनमेंट क्षेत्र के 9114 लोग घर में क्वारंटाइन हैं।
बता दें कि संदिग्धों को 28 दिन तक घर में ही क्वारंटाइन रखने का नियम है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा पॉजिटिव मरीजों के सीधे संपर्क में आए लोगों की पहचान की गई है। पूछताछ में सामने आया है कि एक पॉजिटिव व्यक्ति के सीधे संपर्क में 10 लोग आते हैं। इनमें ज्यादातर उसके परिवार के सदस्य होते हैं। यही वजह है कि कंटेनमेंट क्षेत्रों में घरों में क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या ज्यादा है।