जबलपुर. जबलपुर के इनामी बदमाश शुभम बागरी का पुलिस मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया.उसकी मौत पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस हिरासत में उसके पास पिस्टल कैसे आयी. इस मामले में आईजी (IG) ने सिविल लाइन थाने के 5 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने भी पुलिस की स्टोरी पर सवाल खड़े किए हैं.
जबलपुर के 3 हज़ार के इनामी बदमाश शुभम बागरी की मौत हो गयी. उसके ऊपर शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 6 मामले दर्ज थे. आईजी सायबर सेल की टीम शुभम को मंगलवार को गिरफ्तार करने गयी थी. पुलिस को देखते ही उसने अपने सिर में गोली मार ली थी. गंभीर रूप से घायल शुभम को फौरन एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. खबर पाकर बड़े पुलिस अधिकारी भी उसे देखने अस्पताल पहुंचे थे. लेकिन उसकी मौत हो गयी.
शुभम बागरी जबलपुर के हनुमानताल थाना क्षेत्र में रहता था.उसकी मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद उसका शव जैसे ही उसके घर पहुंचा लोगों की भीड़ जमा हो गई. परिवार ने शुभम की लाश खेरमाई मंदिर के सामने सड़क पर रखकर पुलिस के विरोध में प्रदर्शन की कोशिश की. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गयी. आला अधिकारियों और विधायक लखन घनघोरिया की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ.
विधायक लखन घनघोरिया उसके बाद मृतक आरोपी शुभम बागरी के घर पहुंचे. उन्होंने पुलिस अफसरों से मुलाकात की और मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की. काफी समझाने के बाद परिवार उसके अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुआ. भानतलैया में खड़े शव वाहन तक पुलिस की सुरक्षा में शुभम के शव को पहुंचाया गया.
कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने पुलिस की ओर से दी जा रही घटना की जानकारी पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा बिना थाना पुलिस को साथ लिए साइबर सेल आरोपी को पकड़ती है और उसकी तलाशी लिए बिना विजय नगर से सिविल लाइन थाने तक लेकर जाती है. वहां पुलिस के सामने ही आरोपी अपनी पिस्टल निकालता है और खुद को गोली मार लेता है. ये सब प्रायोजित नजर आ रहा है.
वहीं इस मामले में सिटी एएसपी से जब सवाल किया गया तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि शव का पीएम करने के बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए रवाना कर दिया गया. इसके बाद जांच में जो तथ्य आएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.