भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज होशंगाबाद जिले के बाढ़ में टापू बने गांव बालाभेंट एवं सीहोर जिले के नसरूल्लागंज के ग्राम नीलकंठ में सेना के जवानों के साथ नाव में बैठकर पहुंचे। चौहान होशंगाबाद जिले के ग्राम सांगाखेड़ा एवं सीहोर जिले के अन्य ग्रामों में भी गए। इन ग्रामों में उन्होंने बाढ़ राहत कायों को देखा, बाढ़ पीड़ितों से बातचीत की तथा उन्हें आश्वस्त किया कि ‘जब आपका मामा आपके साथ है, तो आपको चिंता किस बात की’।
किसी भी व्यक्ति की जान नहीं जाने देंगे तथा बाढ़ से हुए नुकसान का भरसक मुआवजा दिलवाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी उतरते ही फसलों, मकान, सामान की हानि का सर्वे प्रारंभ किया जाएगा तथा आर.बी.सी. 6/4 के प्रावधानों के अंतर्गत भरपूर सहायता प्रदान किए जाने के साथ ही फसल बीमा का भी पूरा लाभ किसानों को दिलाया जाएगा। उन्होंने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि क्षति का आकलन शांति से तथा वैज्ञानिक तरीके से करें, जिससे पीड़ितों को पूरा-पूरा लाभ मिल सके।
इसके लिए पंचनामे के आधार पर कार्रवाई की जाए। चौहान ने कहा कि 30 अगस्त की सुबह तक प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई थी। इस स्थिति में उन्होंने प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री से बातचीत की और प्रदेश को तुरंत भारतीय वायुसेना और थल सेना का सहयोग प्राप्त हुआ। हमारे जवानों तथा सेना के हैलीकाप्टर्स ने दिन-रात मेहनत करके एक-एक व्यक्ति की जान बचाई है। इसके अलावा हमारा पूरा अमला, स्वयंसेवी संगठन, उत्साही नौजवान निरंतर सेवा कर रहे हैं, मैं सभी के प्रति आभारी हूँ।
सेना के जवानों द्वारा छोटी बालाभेंट और बड़ी बालाभेंट से भी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। मुख्यमंत्री ने जनता से कहा कि वे पिछले चार दिनों से लगातार दौरा कर फसलों की नुकसानी तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की व्यवस्थाएं देख रहे हैं। ‘जब मेरी जनता कष्ट में है तो मैं बंगले पर कैसे बैठक सकता हूँ। मैंने चौकीदार से लेकर देश के प्रधानमंत्री जी तक से बाढ़ राहत के संबंध में बातचीत की है। मेरे पास रातभर फोन आते है कि ‘मामा हमें बचा लो’ और मैं उनसे कहता हूँ हिम्मत रखो मामा तुम्हारा कुछ नहीं बिगड़ने देगा।
मुझे इस बात का संतोष है कि हमने सबकी जान बचाई है’।चौहान ने प्रभावित गांवों के दौरे के दौरान बाढ़ पीड़ितों को अपने हाथों से भोजन के पैकेट्स एवं पानी की बोतलें वितरित कीं। उन्होंने सलाह दी कि गंदा पानी बिल्कुल न पिए। उन्होंने सरकारी अमले को निर्देशित किया कि प्रभावित लोगों को शुद्ध भोजन, शुद्ध पेयजल, दवाइयां व अन्य आवश्यक सामग्री प्रदाय सुनिश्चित किया जाए।