इंदौर. लॉकडाउन (Lockdown) के बावजूद रविवार को खजराना के बड़ला इलाके में लोगों ने बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर पांच ताजिए (Tazia) निकाल दिए. इस दौरान, सोशल डिस्टेंसिंग (Social DIatancing) का पालन भी नहीं किया गया. अधिकतर लोग मास्क भी नहीं लगाए हुए थे. पुलिस (Police) भी वहां मौजूद थी, लेकिन वह भी अपने आपको असहाय महसूस करती रही.
घटना के बाद, बीजेपी (BJP) के प्रवक्ता उमेश शर्मा ने डीआईजी को ट्वीट कर अपनी नाराजगी जता दी. जिसके बाद, आनन-फानन में पुलिस ने टीआई संतोष यादव (TI Santosh Yadav) को लाइन अटैच कर दिया और एसडीएम को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Motice) जारी किया गया. साथ ही, पूर्व पार्षद उस्मान पटेल समेत 13 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
इस मामले में बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर शहर की पूर्व मेयर और बीजेपी विधायक मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि 30 अगस्त रविवार के दिन इंदौर शहर में मोहर्रम के त्यौहार के अंतिम दिन बिना किसी अनुमति के खजराना क्षेत्र में अल्पसंख्यक समाज द्वारा जुलूस निकाला गया. जिसमें हजारों की संख्या में लोग सम्मिलित हुए.
लोगों के इकट्ठा होने की घटना को मालिनी गौड़ ने महज संयोग मात्र नहीं, बल्कि यह योजनाबद्ध षड्यंत्र है. साथ ही, उन्होने इंदौर शहर में इंटेलिजेंस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इंटेलिजेंस इंदौर में पूर्ण रूप से फेल हुआ है. इस प्रकार की घटना पुलिस प्रशासन के साथ ही प्रशासन के बड़े जिम्मेदार लोग दोषी हैं उन्होने बड़े अधिकारी के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच के साथ कार्रवाई करने की मांग की है.
कोरोना के हॉटस्पॉट बने इंदौर में दरअसल नियम तोड़ने की शुरूआत बीजेपी के दबंग विधायक रमेश मेंदोला ने की. उन्होने प्रतिबंध के बावजूद सरकारी ग्राउंड पर भव्य पांडाल लगाकर गणेश प्रतिमा की स्थापना की और प्रशासन मूक दर्शक बना रहा, जबकि किसी तरह के पांडाल लगाने धार्मिक आयोजन जुलूस निकालने पर सख्त पाबंदी लगाई गई है. लेकिन रमेश मेंदोला पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब जब ताजिए निकालने पर बीजेपी कार्रवाई की मांग कर रही है, तब विधायक रमेश मेंदौला से सवाल किया गया, तो वे इस पर चुप्पी साध गए वे गाड़ी आगे बढ़वाते हुए बोले आपने बता दिया ठीक है.
इस मामले को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साध रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमीनुल खान सूरी ने कहा कि उस्मान पटेल ने ताजिए निकालकर नियमों का उल्लघंन किया, प्रशासन बेशक उन पर कार्रवाई करे. लेकिन, बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने भी तो गणेश पांडाल लगाकर नियमों का उल्लंघन किया, उन पर भी कार्रवाई होना चाहिए. नियम और कानून तो सबके लिए एक हैं लेकिन राज्य की बीजेपी सरकार अपने विधायक पर कार्रवाई से बच रही है औऱ अल्पसंख्यकों पर कार्रवाई की जा रही है.
कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक इसमें दोनों तरफ से गलती हुई है. जिन्होंने यह हरकत की है, उनको पकड़कर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी. जिन लोगों ने ताजिया निकलने को लेकर सोशल मीडिया पर गलत मैसेज चलाया, उन्हें भी साइबर पुलिस की मदद से पकड़कर रासुका की कार्रवाई करें. जिन्होंने भी ये हरकत की है, उन पर सख्त कार्रवाई होगी. मामले में टीआई और एसडीएम की भी गलती है. टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है, जबकि एसडीएम को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है. एसडीएम, सीएसपी और टीआई तीनों की ही लापरवाही है, इनके खिलाफ शासन को भी लिखेंगे.