मिजाजीलाल जैन
सिंगरौली। मप्र के सिंगरौली जिले में अंधविश्वास की एक खौंफनाक दास्तान सामने आई है। जिले के बैढन थाना क्षेत्र अंतर्गत बसौड़ा गांव में अंधविश्वास में पागल शख्स ने अपनी पत्नी की ही बलि दे दी। 40 वर्षीय ब्रजेश केवट ने अपनी पत्नी बिट्टी केवट का सिर काटकर कुलदेवता को चढ़ा दिया। घटना के सामने आने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। विज्ञान के इस युग में अंधविश्वास के खिलाफ तमाम प्रयासों के बावजूद इससे पीछा छुड़ाना मुश्किल हो रहा है। यह सुनकर रूह कांप उठती है कि 21वीं सदी में भी लोग अंधविश्वास के चक्कर में आकर अपने ही प्रियजनों का बलि चढ़ा दे रहे हैं। सिंगरौली की ऐसी ही इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। दरअसल, जिला मुख्यालय से तकरीबन 25 किलोमीटर दूर कोतवाली थाना बैढन के ग्राम बसौड़ा में बुधवार रात दो बजे एक पति ने अपनी पत्नी का गला काटकर हत्या कर दी।
हत्या के दौरान महिला की चीख सुनकर जब उसके दोनों बेटे कमरे में आए तो अपनी मां का सर धड़ से अलग देखकर बेहोश हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी ब्रजेश केवट ने अंधविश्वास के कारण अपने कुलदेवता को खुश करने के लिए कथित तौर पर अपनी पत्नी को मार डाला। इसके बाद उसने पत्नी के धड़ को घर के एक कमरे में गड्ढा खोदकर दफना दिया वहीं सर को उसने अपने कुलदेवता को चढ़ा दिया। बताया जा रहा है कि उसने अपनी पत्नी का गला कुल्हाड़ी से काटा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी ने हत्या के एक दिन पहले बकरी की भी बलि चढ़ाई थी। बकरी के शव को उसने पत्नी के कमरे में दफनाया था वहीं बकरी के सिर को पूजास्थल में रखा था। इसके बाद उसने पत्नी से कहा था कि कुलदेवता घर में मानव बलि मांगता है। यह सुनकर मृतका और उसके बच्चों ने हत्या के पूर्व पुलिस थाने में जाकर शिकायत की थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि आरोपी अंधविश्वास में घरवालों की हत्या करना चाहता है।
घटना के संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शेन्डे ने प्रशासन की लापरवाही स्वीकार की है। उन्होंने मीडिया को बताया है कि घटना की जांच करने के बाद संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोर करवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘महिला द्वारा की गई शिकायत की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों तक नहीं पहुंचाई गई वरना अपराध रोकने के लिए कार्रवाई कर घटना को रोका जा सकता है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।