इंदौर. देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में पिछले 24 घंटे के दौरान 72 नए मरीज मिले हैं. इसके साथ ही जिले में महामारी की जद में आये लोगों की तादाद 2,565 से बढ़कर 2,637 पर पहुंच गई है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमित पाई गईं दो महिलाओं की यहां अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान पिछले तीन दिनों में मौत हो गई. इसके बाद जिले में इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 103 पर पहुंच गई है. जड़िया ने बताया कि कोविड-19 से दम तोड़ने वाली दोनों महिलाओं की उम्र 70-70 साल थी. वे मधुमेह व अन्य पुरानी बीमारियों से पहले ही जूझ रही थीं.
कोविड-19 का प्रकोप कायम रहने के कारण इंदौर जिला रेड जोन में ही बना हुआ है. प्रदेश में इस महामारी के 50 फीसद से ज्यादा मरीज अकेले इसी जिले में मिले हैं. इंदौर जिले में कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरुआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी.
उधर, क्राइम ब्रांच, सदर बाजार पुलिस और नगर निगम की टीम ने इंदौर में संयुक्त कार्रवाई कर एक टन 30 किलो मछलियां (Fishes) जप्त की है. दरअसल, देश में लॉकडाउन 4.0 चल रहा है और इंदौर रेड जोन में है. यही कारण है कि शहर में फल और सब्जियों तक की दुकानें बंद हैं. सिर्फ दवा की दुकानें ही खुली हैं. इंदौर नगर निगम फलों, सब्जियों और राशन की सप्लाई घर-घर करा रहा है. किसी भी व्यक्ति को बाजार जाने की इजाजत नहीं है. साथ ही लॉकडाउन (Lockdown) का पालन भी करना आवश्यक है. लेकिन कुछ लोग नियमों का उल्लंघन कर अपनी जेब भरने के लिए गलत कदम भी उठा रहे हैं. वे अनाधिकृत तौर पर न केवल फल और सब्जियां बेच रहे हैं बल्कि लोगों को नॉन वेज भी उपलब्ध करा रहे हैं.