नई दिल्ली । नए महीने यानी जुलाई की शुरुआत होने वाली है। इस नए महीने के पहले दिन ही कई अहम बदलाव होंगे। इसका असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है। उदाहरण के लिए एक बड़ा बदलाव LPG सिलेंडर की कीमतों से जुड़ा है। इसके अलावा सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में भी बदलाव संभव है। आइए जानते हैं कि आखिर 1 जुलाई से क्या कुछ बदलने वाला है।
LPG गैस की कीमतें:
रसोई या कॉमर्शियल में इस्तेमाल होने वाले सिलेंडर की कीमतों पर फैसला 1 जुलाई को आएगा। आपको बता दें कि सरकारी तेल कंपनियों द्वारा हर महीने नियमित रूप से LPG की कीमतों की समीक्षा और संशोधन किया जाता है। मई और अप्रैल में जहां 19 किलोग्राम के कॉमर्शियल इस्तेमाल वाले गैस सिलेंडर की कीमत में कमी आई, वहीं 14 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसलिए इस बार एलपीजी की कीमतों में कमी होने की संभावना है।
सीएनजी और पीएनजी:
पिछले महीनों की तरह जुलाई में भी सीएनजी और पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) की कीमतों में बदलाव हो सकता है। दिल्ली और मुंबई में पेट्रोलियम कंपनियां इसकी कीमतों की समीक्षा और समायोजन कर सकती हैं।
टैक्स रिटर्न की डेडलाइन:
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की डेडलाइन 31 जुलाई तक है। आमतौर पर हर साल सरकार इस डेडलाइन को आगे बढ़ाती है। इस बार भी ऐसी ही उम्मीद की जा रही है। बता दें कि इस बार टैक्सपेयर्स ऑटोमैटिक न्यू टैक्स रिजीम के तहत आ गए हैं। अगर निवेश पर टैक्स छूट जैसी सुविधाएं चाहिए तो आपको ओल्ड टैक्स रिजीम को सेलेक्ट करना होगा।
HDFC और HDFC बैंक का मर्जर:
जुलाई महीने में HDFC और HDFC बैंक का मर्जर प्रभावी हो जाएगा। विलय के बाद बैंक के सभी शाखाओं में HDFC लिमिटेड की हर सर्विस मिलती रहेंगी। एक ही ब्रांच में लोन, बैंकिंग आदि सर्विसेस मिलेंगी। HDFC के फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी की ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है। बता दें कि एचडीएफसी बैंक में एफडी की ब्याज दरें एचडीएफसी की तुलना में कम हैं। HDFC के शेयर रखने वाले निवेशकों पर भी मर्जर का असर देखने को मिलेगा।