नई दिल्ली । घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम अगले हफ्ते 1 नवंबर का रिवाइज्ड होंगे। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच उपभोक्ताओं को 100 रुपये प्रति सिलेंडर का झटका लग सकता है। क्योंकि, एलपीजी के मामले में लागत से कम मूल्य पर बिक्री से होने वाला नुकसान (अंडररिकवरी) 100 रुपये प्रति सिलेंडर पर पहुंच चुका है। इस वजह से इसकी कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
सरकार की ओर से कोई सब्सिडी नहीं मिली
सूत्रों ने बताया कि रसोई गैस सिलेंडर का दाम कितना बढ़ेगा, यह सरकार की अनुमति पर निर्भर करेगा। इससे पहले छह अक्टूबर को रसोई गैस सिलेंडर के दाम 15 रुपये बढ़ाए गए थे। जुलाई से 14.2 किलोग्राम के रसोई गैस सिलेंडर का दाम 90 रुपये बढ़ चुका है। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों को खुदरा दाम लागत के अनुरूप करने की अनुमति नहीं दी गई है। इसके अलावा इस अंतर को पाटने के लिए अभी तक सरकार की ओर से कोई सब्सिडी भी नहीं दी गई है।
कच्चा तेल 85.42 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में बढ़ोतरी के बीच एलपीजी की बिक्री पर नुकसान 100 रुपये प्रति सिलेंडर पर पहुंच गया है। जहां सऊदी अरब में एलपीजी की दर इस महीने 60 प्रतिशत के उछाल के साथ 800 डॉलर प्रति टन हो गई है, वहीं अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 85.42 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है।