झाबुआ । इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने झाबुआ जिले के थांदला में एक बीआरसी और उसके चपरासी को 11 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एक निजी स्कूल की मान्यता के नवीनीकरण कराने के एवज में 18 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस ने खंड स्त्रोत समन्वयक संजय सिकरवार एवं चपरासी श्यामलाल को 11000 ग्यारह हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया है।

स्कूल की मान्यता का मामला
लोकायुक्त इंदौर एस पी राजेश सहाय ने बताया कि झाबुआ जिले के थांदला के ग्राम बेडावा स्थित ज्ञान गंगा एकेडमी जो 2018 से संचालित है । जिसकी मान्यता 2024 मे समाप्त हो गई थी । उसके नवीनीकरण हेतु संचालक रुस्माल भूरिया से बीआरसी थांदला संजय सिकरवार ने 18000 रुपयों कि मांग कि थी परन्तु मामला 11000 रूपए मे तय हुआ। शिकायत कि पुस्टि के बाद केमिकल युक्त रूपए लेकर लोकायुक्त टीम ने शिकायत कर्ता को भेजा। जैसे ही रूसमल ने प्यून श्यामलाल के माध्यम से बीआरसी संजय सिकरवार को रुपए दिए वैसे ही टीम ने दोनों को धर दबोचा और हाथ धुलवाए। लोकायुक्त पुलिस भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की।
ये रहे ट्रैप दल में शामिल
लोकायुक्त के ट्रेप दल में निरीक्षक राहुल गजभिये, कार्यवाहक निरीक्षक प्रतिभा तोमर, आरक्षक विजय कुमार, आरक्षक अनिल परमार, आरक्षक शैलेन्द्र सिंह बघेल, आरक्षक मनीष माथुर एवं आरक्षक कृष्णा थे।