इंदौर।  लोकायुक्त पुलिस ने मारपीट के एक मामले में आरोपित की जमानत के लिए दो हजार की रिश्वत लेते परदेशीपुरा थाने की प्रधान आरक्षक को पकड़ा है। लाेकायुक्त की एक उप निरीक्षक को फरियादी महिला की ननद बना कर भेजा गया था। उसी के हाथ से रिश्वत लेते ही जैसे ही प्रधान आरक्षक ने उसे धन्यवाद दिया। उसे पकड़ लिया गया। आरोपित को प्रधान आरक्षक बने अभी तीन माह ही हुए हैं।

एसपी सव्यसाची सराफ ने बताया कि सुभाष नगर निवासी प्रियंका शुक्ला की शिकायत पर परदेशीपुरा थाने की प्रधान आरक्षक अनिता सिंह को पकड़ा गया है। प्रियंका शुक्ला के पति सुरेन्द्र के खिलाफ उसकी जेठानी ने शिकायत की थी। जिसके बाद परदेशीपुरा थाने में कुछ दिन पहले मारपीट और अन्य जमानती धाराओं में केस दर्ज किया गया था। अनिता सिंह ने उनसे संपर्क कर थाने आकर जमानत करवाने के लिए कहा था। जब सुरेन्द्र और प्रियंका थाने पहुंचे तो वहां पर अनिता सिंह ने उनसे 5 हजार की रिश्वत की मांग की। इस पर दोनों ने हमारे यहां पर आकर शिकायत की थी।

डीएसपी प्रवीण बघेल ने बताया कि दोनों को बात करने के लिए भेजा गया तो अनिता ने रिश्वत की राश‍ि कम कर 3500 कर दी और उनसे हाथो हाथ 1500 रुपये ले लिए। बुधवार दाेपहर शेष राश‍ि लेने के लिए अनिता ने उन्हें थाने ही बुलवा लिया। हमने हमारे यहां की उप निरीक्षक डाली गिरी को प्रियंका शुक्ला की ननंद बना कर भेजा। अनिता ने उससे रुपये लेकर अपनी पेंट की बाईं जेब में रखी और उन्हें धन्यवाद कहा। इतना कहने के बाद डाली ने अपना परिचय दिया और बाहर खड़ी टीम को अंदर बुला लिया। इसके बाद कार्रवाई की गई।