लॉक डाउन (lockdown) 17 मई तक बढ़ने के बाद अब सरकार कोरोना संक्रमण (corona virus) का फैलाव देखते हुए नये सिरे से हालात की समीक्षा कर रही है. वो रेड जोन (Red Zone) में लॉकडाउन (lockdown) के दौरान पूरी सख्ती बरतने, ऑरेंज में आंशिक छूट और ग्रीन जोन में थोड़ी ज़्यादा राहत दे रही है. हालांकि पूरी छूट इनमें से किसी जोन में नहीं रहेगी. मॉल, बाजार, सैलून, पार्लर,स्पा खोलने की इजाज़त किसी को नहीं रहेगी. सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे. लेकिन उससे पहले ये जान लीजिए कि एमपी का कौन सा ज़िला किस ज़ोन में है.
रेड जोन- मध्यप्र देश की राजधानी भोपाल, आर्थिक राजधानी इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, धार, ईस्ट निमाड़, बड़वानी, देवास और ग्वालियर रेड जोन में बने हुए हैं. रेड जोन में वो इलाके शामिल किए गए हैं जहां कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है.
ऑरेंज जोन- खरगोन, रायसेन, होशंगाबाद, रतलाम, आगर मालवा, मंदसौर, सागर, शाजापुर, छिंदवाड़ा, अलीराजपुर, टीकमगढ़, शहडोल, श्योपुर, डिंडोरी, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, विदिशा और मुरैना अभी ऑरेंज ज़ोन में हैं. ये वो जोन हैं जिसमें संक्रमण के मामले तो हैं, लेकिन केसों की संख्या 10 से कम है. प्रदेश के इन जिलों में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी आ रही है.
ग्रीन जोन- रीवा, अशोकनगर, राजगढ़, शिवपुरी, अनूपपुर, बालाघाट, भिंड, छतरपुर, दमोह, दतिया, गुना, झाबुआ, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, नीमच, पन्ना, सतना, सीहोर, सिवनी, सीधी, उमरिया, सिंगरौली और निवाड़ी ग्रीन जोन में हैं. ग्रीन जोन का मतलब है यहां कोरोना की एंट्री नहीं है. ये इलाके कोरोना से बचे हुए हैं.
रेड जोन (Red Zone) में लॉकडाउन में किसी भी तरह की राहत नहीं मिलेगी. अगले 2 हफ्ते तक रेड जोन वाले जिलों में लॉकडाउन का सख्ती के साथ पालन होगा. कोशिश इस बात को लेकर होगी कि रेड जोन वाले जिलों में कोरोना के संक्रमण को कम कर ऑरेंज में तब्दील किया जाए.
गली-मोहल्लों की दुकानों को कुछ देर खोलने की अनुमति होगी. परिवहन सेवा भी सीमित समय के लिए ही रहेगी. लेकिन ऑरेंज जोन वाले हॉटस्पॉट, कंटेनमेंट वाले इलाकों में लॉकडाउन लागू रहेगा. बाहरी लोगों का हॉटस्पॉट वाले इलाकों में प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा. वहां पर प्रशासन ही ज़रूरी सेवा लोगों तक पहुंचाएगा.
ग्रीन जोन (Green Zone) के लिए थोड़ी राहत भरी खबर जरूर है. वहां मुख्य बाजारों को छोड़ गली मोहल्लों में दुकानों को खोलने की छूट रहेगी. छोटे उद्योग शुरू हो सकेंगे. परिवहन सेवा में एक बस में 50 यात्री सफर कर सकेंगे. सैलून और स्पा पूरी तरीके से बंद रहेंगे. किसी भी तरीके का धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रम पर पाबंदी रहेगी. सभी धार्मिक स्थल 17 मई तक बंद रहेंगे.
कोरोना प्रभावित इलाकों का ये वर्गीकरण केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया है. जिन जिलों में लगातार पॉजिटव केस आ रहे हैं उन्हें रेड जोन में शामिल किया गया है. जिन ज़िलों में कोरोना तो फैला है लेकिन हालात काबू में हैं वो ऑरेज कैटेगरी में हैं. और जहां 21 दिन में कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है, उसे ग्रीन जोन में रखा गया है. स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर कहा है कि 28 दिन की जगह 21 दिन तक यदि कोरोना का नया केस नहीं आता है तो उस जिले को रेड जोन से ग्रीन जोन में शिफ्ट कर दिया जाएगा. विभाग इसकी मॉनिटरिंग कर रहा है. हर सप्ताह जिलों की सूची को अपडेट किया जाएगा.