जबलपुर में आकाशवाणी के स्थानीय प्रसारण को बंद कर दिया गया है। जिसका आदेश पूर्व में निकाला गया था। आदेश के बाद स्थानीय कलाकारों की रोजी-रोटी में संकट आ गया है। स्थानीय कलाकार यह मांग लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। व प्रसारण पुनः शुरू करने की मांग की। सरला मिश्रा के मुताबिक आकाशवाणी में 25 वर्षो से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जिसका प्रसारण उच्च क्षमता ट्रांसमीटर के माध्यम से जम्मू कश्मीर तक सुना जाता है। शहर में कई वर्षों से महिलाओं के लिए शक्ति रूपा, ग्रामीण महिलाओं के लिए घर आंगन कार्यक्रम का प्रसारण महिला सशक्तिकरण की दिशा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
बुंदेली भाषा में लोकगीत सहित मनोरंजन के कार्यक्रमों व कृषि जगत के नवीन कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाते रहे हैं। लेकिन 1 मई से बिना किसी पर्याप्त कारण के स्थानीय स्तर पर तैयार हुआ प्रसारित किए जाने वाले कार्यक्रम लोकगीत स्वास्थ्य व विकास योजनाओं की जानकारी सहित अब सप्ताह में मात्र 1 दिन प्रसारित किया जाएगा। वहीं माह के 26 दिन अन्य केंद्रों पर तैयार किए जाने वाले कार्यक्रमों का अनु प्रसारण आकाशवाणी जबलपुर केंद्र में किया जाएगा।
स्थानीय अधिकारी बनाते हैं दबाव
कलाकारों का कहना है आकाशवाणी के बजट से दो से 5% हिस्सा ही मिल पाता है। भोपाल स्तर से कार्यक्रमों को रद्द करने का दबाव बनाया गया है। कलाकारों ने आकाशवाणी जबलपुर के कार्यक्रमों का प्रसारण पूर्व की तरह सप्ताह के सातों दिन पुनः शुरू करने की अपील की है।