भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बुजुर्ग नेता को दिल्ली के एक प्रमुख निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई गई है। आडवाणी को आज मंगलवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है। पिछले 40 दिनों के अंदर आडवाणी को तीसरी बार अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पिछले महीने जुलाई के शुरुआती हफ्ते में तबीयत बिगड़ने के बाद आडवाणी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

3 जुलाई को लालकृष्ण आडवाणी को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में 2 दिन चिकित्सकीय देखरेख में रखने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। तब उन्हें न्यूरोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ। विनीत सूरी की देखरेख में रखा गया था। डॉक्टर विनीत सूरी सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट हैं। हालांकि आडवाणी की बीमारी के बारे में तब ज्यादा जानकारी नहीं दी गई थी।

इससे पहले, पूर्व उपप्रधानमंत्री आडवाणी को तबीयत बिगड़ने के बाद 26 जून की रात 10।30 बजे के करीब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था। हालांकि उन्हें वहां रातभर रखने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।

AIIMS में आडवाणी की यूरोलॉजी और जेरिएट्रिक मेडिसिन सहित कई विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम ने जांच की और उन्होंने अगले दिन (27 जून) को उनकी एक छोटी सी सर्जरी की। सर्जरी के कुछ देर बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। आडवाणी जब एम्स में भर्ती थे तब स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस साल की शुरुआत लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। 96 साल के आडवाणी की ज्यादा उम्र को देखते हुए उनके आवास पर ही सम्मान समारोह का आयोजन किया गया और उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया। इससे पहले 2015 में आडवाणी को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।