भोपाल। मध्यप्रदेश में शीघ्र ही मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंप दिया जाएगा। सूची बनकर तैयार हो चुकी है, जिसके अनुसार प्रदेश के 32 मंत्रियों को 55 जिलों का प्रभार सौंपने के लिए जो फार्मूला तैयार किया गया है, उनमें उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री अपने पास एक से अधिक जिलों का प्रभार रख सकते हैं, जबकि नए नवेले मंत्रियों को एक ही जिले का प्रभार सौंपा जाएगा। प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभाव वाले जिलों में ध्वजारोहण कर सकें, इसके लिए 15 अगस्त से पहले सभी मंत्रियों को प्रभार सौंप दिए जाएंगे। 15 अगस्त के बाद तबादलों पर लगा प्रतिबंध भी हट रहा है। ऐसे में प्रभारी मंत्रियों को तबादलों की जिम्मेदारी भी दी जाएगी।
सीएम मोहन ने तैयार की प्रभारी मंत्रियों की सूची
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने स्वतंत्रता दिवस परेड की सलामी और प्रदेश में होने वाले कर्मचारियों के तबादलों की जिम्मेदारी संभालने के लिए मंत्रियों के प्रभार जिलों की सूची तैयार कर ली है. माना जा रहा है कि इसका बहुत जल्द ऐलान हो जाएगा. माना यह जा रहा है कि डॉक्टर मोहन यादव ने प्रभारी मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दे दिया है. इसका ऐलान इसी सप्ताह में कर दिया जाएगा.
नया फॉर्मूला तय
बताया जा रहा है कि प्रभारी मंत्री बनाने को लेकर नया फार्मूला तय किया गया है. जिसके मुताबिक डिप्टी सीएम को एक से अधिक जिलों की जिम्मेदारी दी जा सकती है. वहीं नए नवेले मंत्रियों को एक से अधिक जिले का प्रभार नहीं दिया जाएगा. वहीं आपको बता दें कि इस स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर होने वाले झंडा बंधन कार्यक्रम में जिला प्रभारी मंत्री मौजूद रहेंगे. यहां इन्हीं के हाथों झंडा फहराया जाएगा. साथ ही इस मौके पर होने वाली परेड की सलामी भी प्रभारी मंत्री लेंगे.
32 मंत्री और 55 जिले
मध्य प्रदेश में 55 जिले हैं और मुख्यमंत्री सहित 32 मंत्री हैं. सीएम मोहन यादव चाहते हैं कि सभी 55 जिलों में प्रभारी मंत्री रहें. जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रभारी मंत्रियों की सूची तैयार कर ली है. इसका ऐलान होना बाकी है. सीएम मोहन यादव खुद हर एक जिले और हर एक मंत्री को लेकर विचार विमर्श कर रहे हैं कि आखिर किस मंत्री को कौन से जिले का प्रभार देना चाहिए. अब देखना होगा कि किस-किस मंत्री को कितने जिलों का प्रभारी बनाया जाएगा.