भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले भाजपा के कुछ नेता आगामी लोकसभा चुनाव में फिर से मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को हार का सामना करना पड़ा था और अब वो अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाना चाहते हैं।

इन नेताओं में एक हैं इमरती देवी जिन्होंने डाबरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब उनकी नजर भिंड की लोकसभा सीट पर है जहां भाजपा की संध्या सुमन राय साल 2019 में सांसद बनी थीं। इस सीट पर इमरती देवी ने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।

प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी दतिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए थे। अब वह पार्टी आलाकमान के सामने ग्वालियर या मुरैना लोकसभा सीट से दावेदारी पेश कर सकते हैं। उन्हें पार्टी इन दोनों में से किसी एक सीट पर प्रत्याशी बना सकती है। ग्वालियर से मौजूदा सांसद विवेक शेजवलकर को इस बार टिकट मिलने की उम्मीद कम है।

वहीं, भोपाल नॉर्थ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के आतीफ आरिक अकील के सामने हारने वाले नेता आलोक शर्मा (Alok Sharma) भोपाल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी आलोक शर्मा ने भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन पार्टी ने टिकट प्रज्ञा सिंह ठाकुर को दिया था। ठाकुर ने चुनाव में जीत भी हासिल की थी।