इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मालवा क्षेत्र में तेज आंधी तूफान का संज्ञान लिया है। सीएम ने फोन पर उज्जैन कलेक्टर और उज्जैन संभाग के कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर उन्हें निर्देशित किया। मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि आज मालवा क्षेत्र के उज्जैन एवं आसपास के इलाक़ों में तेज तूफ़ान से प्राकृतिक आपदा जैसे हालात बनें जिसमें 2 लोगो की (1 उज्जैन और 1नागदा में) मृत्यु हो गई और 3 लोग घायल हुए। लगभग 50 से ज्यादा पेड़ बहुत से बिजली के खंभे उखड़ गए। महाकाल लोक में 155 प्रतिमाएं हैं जिनमें से 3 खंडित हुई हैं, ये सभी डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड के तहत कवर होगा। कांट्रेक्टर द्वारा नई स्थापित की जायेंगी।

महाकाल लोक को आंधी से हुआ नुकसान

उज्जैन में रविवार दोपहर अचानक आंधी और तेज बारिश हो गई। इससे महाकाल लोक में सप्तऋषि की सात में से छह प्रतिमा हवा के कारण नीचे गिर पड़ी, जिनमें से एक मूर्ति की गर्दन टूट गई जबकि दो मूर्तियों के हाथ टूटे हैं। साथ ही कुछ मूर्तियों के सिर पर क्रेक भी आया है। महाकाल लोक में मूर्तियां गिरने की जानकारी लगते ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया और अन्य पदाधिकारी तुरंत महाकाल लोग पहुंचे जहां उन्होंने आरोप लगाया कि इन मूर्तियों के निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। घटना के बाद आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया था, हालांकि देर शाम फिर से लोगों को आने दिया गया। इस संबंध में प्रशासन ने आग्रह किया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और पूजा व दर्शन का पूर्ववत लाभ लें

कमलनाथ ने साधा निशाना

आंधी औप तूफान से महांकाल लोक में मूर्तियां खंडित होने के मामले में कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने महाकाल लोक के निर्माण के दौरान भ्रष्टाचार होने के बात कही। कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि- जिस तरह से हवा आंधी से मूर्तिया टूटकर गिरी उससे साफ है कि गुणवत्ताहिन काम हुआ है। सरकार को तुरंत इस मामले में कार्रवाई करना चाहिए और नई प्रतिमाएं स्थापित करना चाहिए।