भोपाल। कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का पहला ऐलान प्रदेश कांग्रेस पर भारी पड़ सकता है, साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सामने भी चुनौती ,खड़गे ने अध्यक्ष का काम-काज संभालते ही ऐलान किया है कि संगठन में 50 प्रतिशत पद 50 साल से कम उम्र के लोगों के लिए आरक्षित करने के निर्णय को वे मजबूती से लागू करेंगे। इस बयान के बाद अब पीसीसी चीफ को यह तय करना होगा कि प्रदेश कांग्रेस के संगठन के पदों पर ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मौका दिया जाए।
संगठन में कमलनाथ की बुजुर्ग टीम
इधर कांग्रेस की सभी प्रमुख पोस्ट पर 50 की उम्र पार कर चुके नेता ही पदाधिकारी बने हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस के संगठन उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर, जिला प्रभारियों को मॉनिटर कर रहे प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रकाश जैन भी बुजुर्ग नेताओं की श्रेणी में आते हैं। संगठन महासचिव राजीव सिंह के अलावा प्रदेश कांग्रेस के सभी प्रकोष्ठ और विभागों की मॉनिटरिंग करने वाले जेपी धनोपिया भी 50 पार वालों में शामिल हैं। सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रजनीश सिंह, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल, मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा भी 50 पार वाले नेताओं में शामिल हैं। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवार रावत, सुरेंद्र चौधरी और बाला बच्चन भी 50 की उम्र पार कर चुके हैं।
युवा-बुजुर्ग में बिठाना होगा तालमेल
नाथ के सामने मुख्य पदों पर युवाओं को मौका देने की चुनौती अब आ सकती हैं। उनके लिए चुनावी वर्ष में युवाओं और बुजुर्ग नेताओं के बीच पदों को लेकर तालमेल और बराबरी से पद देना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा। हालांकि नाथ ने पिछले कुछ महीनों में ओबीसी विभाग के अध्यक्ष 50 की उम्र पार कर चुके राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल को हटा कर युवा नेता को कमान सौंपी है। इसी तरह एससी विभाग भी सुरेंद्र चौधरी से लेकर 50 की उम्र से कम के प्रदीप अहिरवार को कमान दी है।