मुंबई । बिग बॉस ओटीटी 3 का शनिवार को पहला वीकेंड का वार था। ना सिर्फ इस सीजन के कंटेस्टेंट्स बल्कि अनिल कपूर के लिए भी यह पहला वीकेंड का वार था। दीपक चौरसिया पहले रिपोर्टिंग करते हैं और घर के माहौल और कंटेस्टेंट्स को लेकर बात करते हैं। अनिल राशन को मुद्दा बनाने पर सबकी क्लास लगाते हैं। वह विशाल पांडे और लवकेश कटारिया को एक ही बोलते हुए उनकी टांग खींचते हैं।

सना को मारा ताना
इसके बाद अनिल, सना मकबूल को कॉन्ट्रैक्ट को लेकर बोले उनके स्टेटमेंट पर ताना मारते हैं और कहा कि मैं आपसे सवाल पूछ सकता हूं कि नहीं ये आपके कॉन्ट्रैक्ट में है कि नहीं तो इस पर सना ने कहा कि सर ऐसा नहीं है। अनिल ने कहा कि मुझे पूछना है कि सना का क्या अलग कॉन्टैक्ट है और बाकी का अलग? अनिल कहते हैं कि आपके स्टेटमेंट से ऐसा लगा कि आप ये दिखा रही हो कि मैं अलग हूं, मैं इंपॉर्टेंट हूं। अनिल कहते हैं कि ऐसा लगा कि प्लान था कि मेरा मुद्दा कैसा अलग होगा।

लवकेश को कहा ओवरकॉन्फिडेंट

लवकेश को अनिल ने कहा कि कॉन्फिडेंट होना अच्छा है, लेकिन ओवरकॉन्फिडेंट नहीं होना चाहिए। आपको है कि बाहर कोई आपको सपोर्ट कर रहा है। आपका स्टाइल और बात करने का तरीका सेम दिखता है, लेकिन मुझे लगता है कि आप उनसे भी ऊपर जा सकते हो अगर आप रियल रहो तो।

अनिल ने खोला शिवानी का ड्रामा
इसके बाद शिवानी कुमारी और पौलमी दास के गिरने वाली बात पर अनिल आते हैं और शिवानी से पूछते हैं कि क्या हुआ था। इस पर शिवानी बोलती हैं कि हम दोनों खड़े थे जाने के लिए। मैंने कहा जाएंगे तो हम भी चाहे कुछ भी। हम दोनों भगे और भगने में दोनों को लग गई। वो टास्क था और जब हमने देखा ये गाली दे रही हैं तो हम टास्क करने चले गए। हमें गुस्सा गया। बाद में मुझे महसूस हुआ कि लग गई है हमें और दर्द हुआ।

अनिल कहते हैं कि गाली मुद्दा नहीं है। आप गिरने के बाद नॉर्मल होकर अंदर गईं और फिर पौलमी को देखा और इसके बाद आपको याद आया कि उन्हें चोट लगी है। इसके बाद आप फिर नॉर्मल गईं। वापस आते हुए फिर वह नॉर्मल आईं और अंदर आते ही लंगड़ा कर गईं।

मिट्टी खाने पर भी बोले
बिग बॉस ने फिर रणवीर और शिवानी को सजा दी। तब सजा करने का टाइम आया तब शिवानी को दोबारा दर्द याद आया। अनिल की बात पर सब हामी भरते हैं। शिवानी के मिट्टी खाने पर भी अनिल कपूर बोले कि मैं मिट्टी की बहुत इज्जत करता हूं, लेकिन मिट्टी जो आप खा रही थीं वो किसको दिखाने के लिए खा रही थीं। इतनी भूख लगी कि मिट्टी खानी पड़ी। शिवानी कहती हैं कि मिट्टी खाना गांव में नॉर्मल है। अनिल कहते हैं कितने लोगों को लगता है कि ये सब शिवानी ने अटेंशन के लिए किया है। सब हां कहते हैं बस सना मकबूल और नेजी को छोड़कर।