भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर राज्य के कर्मचारियों को धमकाने का आरोप लगाते हुए आज कहा उनका कर्मचारियों को धमकाने वाला व्यवहार अलोकतांत्रिक है।
चौहान ने यहां मीडिया से चर्चा में कहा कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया। कमलनाथ आजकल कर्मचारियों को धमका रहे हैं, देख लूंगा मिटा दूंगा जांच करवा दूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंद्रह महीने वे क्या कर रहे थे। यह धमकाने वाला अंदाज अलोकतांत्रिक है। मध्यप्रदेश के कर्मचारी और अधिकारी कर्तव्यनिष्ठ है, लेकिन लगता है कि वे (श्री कमलनाथ) बुरी तरह बौखलाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे कहते हैं कि पहले कांग्रेस पार्टी देख लो, छत्तीसगढ़ की निर्वाचित सरकार दिल्ली में परेड कर रही है। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू और कुछ सिद्ध कर रहे हैं। राजस्थान के हाल अलग है और मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता भी कह रहे हैं कि कांग्रेस में कदर ही नहीं है। श्री कमलनाथ और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पहले घर को तो संभाल लो, घर संभल नहीं रहा और कर्मचारियों को धमकाने निकले हैं। ये बौखलाहट कर्मचारियों पर क्यों निकल रही है, पहले अपना घर संभाले।