भोपाल । आचार संहिता लगने के करीब एक महीने पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ ने 11 वादे किए हैं। रविवार उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। कमलनाथ ने कहा, 11 वचनों के साथ प्रदेश के हर घर में खुशहाली लाने के संकल्प के साथ आपके बीच में हूं। कमलनाथ ने कहा, अब प्रदेश की जनता को तय करना है कि, वोटों की बोली लगाने वाली नापाक सरकार के मंसूबे पूरे न होने दें। अब सच्चाई की राजनीति को ही समर्थन और आशीर्वाद मिले। बीजेपी सरकार अपनी डूबती नैय्या बचाने के लिए रोज मुखौटे बदल रही है। 18 साल के शासन के बाद भी सरकार को चुनावी चाल चलना पड़ रहा है, बीजेपी और उनकी सरकार बनावटी, दिखावटी और सजावटी है।

अब जानिए कमलनाथ के 11 वचन

  1. महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह।
  2. 500 रुपए में गैस सिलेंडर।
  3. 100 यूनिट बिजली बिल माफ और 200 यूनिट तक हाफ।
  4. किसानों का फसल कर्ज माफ।
  5. कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ।
  6. किसानों का 5 हॉर्स पावर की मोटर का बिजली बिल माफ।
  7. 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण का लाभ।
  8. 12 घंटे सुनिश्चित सिंचाई बिजली का रास्ता साफ।
  9. जातिगत जनगणना का लाभ।
  10. किसान आंदोलन के मुकदमे वापस लेंगे।
  11. सिंचाई के पुराने बिजली बिल माफ।

9 दिन पहले जारी किया था आरोप पत्र
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 9 दिन पहले 19 अगस्त को प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया था। जिसमें शिवराज सरकार पर 18 साल के कार्यकाल में 225 घोटालों को अंजाम देने का आरोप था। कमलनाथ ने कहा, ‘प्रदेश की पहचान प्रचार, अत्याचार और भ्रष्टाचार से हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज अब ठगराज हो गए हैं। शिवराज के 50 प्रतिशत कमीशन राज ने एमपी को घोटालों का प्रदेश बना दिया। घोटालों पर घोटाला।

कमलनाथ ने आगे कहा, मामा ने जनता को धो डाला। ये भगवान को भी धोखा देते हैं। ये इंसान को छोड़ देंगे, ये उम्मीद नहीं करनी चाहिए। वह दिन दूर नहीं, जब आप गूगल पर घोटाला सर्च करेंगे तो शिवराज जी की तस्वीर आ जाएगी।’ इन कथित घोटालों की जांच कराने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा, ‘अब कमलनाथ 2018 के नहीं, 2023 के मॉडल हैं।