भोपाल: मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का इस बार सूपड़ा साफ हो गया. पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकामयाब रही है. 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी. राज्य में करारी हार के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार (7 जून) को दिल्ली पहुंचे और सोनिया गांधी से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने कहा कि हमने मध्य प्रदेश और देश की राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा की.
देश में क्या हो रहा है और क्या होनी चाहिए इसपर चर्चा हुई. हम देखते हैं कि चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार क्या करते हैं. कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में हार पर कहा कि प्रशासन और पैसे का दुरुपयोग हुआ, लोगों को काफी पैसे दिए गए एमपी में जिससे जनता बहक गई.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वो टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करेंगे? इसपर कमलनाथ ने कहा, “मैं उनसे बात नहीं करूंगा. बीजेपी उनसे बात कर रही है…अगर बीजेपी सोचती है कि नीतीश और नायडू घर बैठ जाएंगे, तो ऐसा नहीं होने वाला है. यह मोदी सरकार नहीं है, यह एनडीए सरकार है. ये सभी एनडीए में एक साथ हैं, एनडीए में सबकी अपनी-अपनी हिस्सेदारी है.”
मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 59.27 फीसदी वोट मिले हैं. वहीं कांग्रेस को 32.44 फीसदी और बीएसपी को 3.28 फीसदी वोट मिले. कमलनाथ को अपने गढ़ छिंदवाड़ा में भी झटका लगा. उनके बेटे नकुलनाथ को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. 2019 के चुनाव में नकुलनाथ एकलौते सांसद थे जिन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी.