खरगोन। MP के CM  शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व CM कमलनाथ पर तंज कसते हुए आज कहा कि वह केवल ट्विटर मास्टर हैं और उन्हें जमीन पर आते हुए जनता से मिलकर वस्तुस्थिति को देखना चाहिए। चौहान आज दोपहर जिले के झिरनिया में जन कल्याण और सुराज अभियान यात्रा के तहत विद्युत उपकेंद्रों के भूमि पूजन और अन्य कार्यक्रमों के दौरान जनता को संबोधित कर थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जहां भी जाते हैं, उसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ट्वीट कर देते हैं कि वह वहां क्यों जा रहे हैं। उन्होंने श्री कमलनाथ को ट्विटर मास्टर निरूपित करते हुए आग्रह किया कि उन्हें जमीन पर आकर और जनता से मिलकर वस्तुस्थिति को देखना चाहिए, केवल ट्विटर फटकारने से काम नहीं चलेगा।  

CM ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनता की भलाई और प्रदेश के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है और इसके लिए पूरी ऊर्जा से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 15 महीने के कार्यकाल में कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह प्रदेश को रसातल में ले गए और अब किसानों के नाम पर धरने पर बैठने और बैठाने का नाटक किया जा रहा है। उन्होंने श्री सिंह के शासनकाल में बैतूल में किसानों पर गोली चालन और बिजली और सिंचाई परियोजनाओं की बुरी स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान यह जुमला चल रहा था कि ‘जब तक रहेंगे दिग्गी तब तक रहेगी चिमनी की डिब्बी’।

  उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना को लेकर कमलनाथ कुछ भी नहीं कर के गए, इसलिए कोरोना का नियंत्रण करना BJP की सरकार की प्राथमिकता थी। उन्होंने कोरोना को चोर बीमारी निरूपित करते हुए सावधानी रखने की सलाह दी और वैक्सीन लगाने का आग्रह भी किया। चौहान ने संबल जैसी योजनाओं को बन्द करने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ और सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस तरह की गरीबों की हितैषी योजनाओं को बंद करने से कांग्रेस की गरीब विरोधी मानसिकता का पता चलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के विरुद्ध आदिवासियों के खिलाफ होने का दुष्प्रचार किया जा रहा है, लेकिन उनके लिए जितनी योजनाएं आरंभ की गई है वह अपने आप में अभूतपूर्व हैं।   उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों को गुमराह किया, किंतु BJP ने पेसा एक्ट को MP में चरणबद्ध तरीके से लागू कर देगी। उन्होंने कहा कि झिरनिया माइक्रो उद्वहन परियोजना काफी महंगी है और प्रारंभिक तौर पर इसे पूर्ण करने के लिए करीब 14 सौ करोड रुपए की आवश्यकता होगी। उन्होंने घोषणा की कि क्षेत्र की जनता की मांग के मद्देनजर सरकार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद कर्ज लेकर इसे पूरा कराएगी।

  चौहान ने कहा कि आज सवा तीन सौ करोड रुपए के विद्युत ऊर्जा से संबंधित काम शुरू हुए हैं और आगामी कुछ दिनों में 1000 करोड़ रुपए की परियोजनाएं आरंभ की जाएगी। उन्होंने कहा कि खंडवा खरगोन जिलों को बिजली का हब बना दिया जायेगा। उन्होंने स्व सहायता समूह की बहनों द्वारा अचार मुरब्बा तथा मिर्च के उत्पाद प्रदर्शित करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि इस तरह के शुद्ध और अच्छे उत्पाद टाटा बिड़ला और अंबानी भी नहीं बना सकते। इसके पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा खरगोन के प्रभारी कमल पटेल ने मुख्यमंत्री को सहज सरल और संवेदनशील मुख्यमंत्री निरूपित किया।

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