छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की कथा कराने को लेकर कमलनाथ को उनकी पार्टी के नेता घेर रहे है। इस पर भाजपा भी चुटकी ले रही है। इस बीच पीसीसी चीफ ने बड़ा बयान दिया है। नाथ ने कहा कि देश में 82% हिंदू है। हिंदू राष्ट्र कहने की क्या आवश्यकता है। यह आंकड़े बताते है। कांग्रेस मुख्यालय में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत की। इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि देश में 82% तो हिंदू है। हिंदू राष्ट्र बनाने की क्या बात। विश्व की सबसे बड़ी हिंदू आबादी अपने देश में है। इसमें कोई बहस का मुद्दा नहीं है। यह कहने की बात नहीं यह तो आंकड़े बताते है।
कमलनाथ ने आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी के स्पष्टीकरण मांगने पर कहा कि मैंने तो 15 साल पहले हनुमान मंदिर बनवाया। क्या उस समय चुनाव थे? मैंने तो इस बात की कभी पब्लिसिटी भी नहीं की, लेकिन जो जनता को दिखाई दे रहा है उसे झुठला तो नहीं सकते। अब मैं स्पष्टीकरण दूं। कांग्रेस से आदिवासी सीएम बनाने पर बोले कि जो मैं हूं मैं हूं। मध्य प्रदेश की जनता जानती हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा जी का छिंदवाड़ा आगमन प्रस्तावित है मुझे जब उनके कार्यक्रम की जानकारी लगी तो मैंने कहा कि छिंदवाड़ा में हम आपका स्वागत करेंगे, कोई भी धर्म प्रेमी छिंदवाड़ा आए उसका स्वागत है।
नाथ ने कहा कि हम विश्व आदिवासी दिवस मनाने जा रहे हैं। देश की सबसे बड़ी आदिवासी संख्या प्रदेश में होते हुए भी उनका शोषण हो रहा है। अत्याचार हो रहा है। हम विश्व को क्या संदेश दे रहे है। आज मणिपुर में देखिए क्या हो रहा है। आदिवासी और गैर आदिवासी का झगड़ा। नाथ ने कहा कि सिंगरौली में क्या हुआ विधायक के बेटे ने एक आदिवासी भाई पर गोली चलाई सरकार को प्रदेश चलाने से मतलब नहीं है अब तो उनका ध्यान समेटने पर ज्यादा है।
नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भाषा को लेकर कहा कि उनकी भाषा का स्तर ठीक नहीं था। अब भाजपा के पास मेरे बारे में बोलने के लिए कुछ नहीं बचा। इसलिए मर्यादाहीन बातें कर रहे है। भ्रष्टाचार की बातें करते है। मेरा 44 साल का राजनीतिक जीवन बेदाग रहा है। शिवराज जी सबसे भ्रष्ट सीएम स्वयं है। उन्होंने पूरे विश्व मं घोटालों का रिकॉर्ड प्रदेश में बनाया है। अब उनके पैरों से जमीन खिसकती दिखाई दे रहे है। इसलिए निचले स्तर की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। कांग्रेस के सितंबर में कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित करने पर कमलनाथ ने कहा कि नाम घोषित करने की कोई जल्दी नहीं है। जिनको हमने सूचित करना था, उनको हमनें इशारा कर दिया है।