पाकिस्तान चुनाव आयोग ने गुरुवार को जमात उद दावा के राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) को मान्यता देने से इंकार कर दिया और उम्मीदवारों को चुनावी अभियान में पार्टी के नाम के उपयोग न करने की चेतावनी दी।
पाकिस्तान चुनाव आयोग के अनुसार, ऐसी पार्टी के पास किसी तरह की कानूनी वैधता नहीं और आयोग ने एमएमएल नाम की पार्टी के लिए किसी प्रतीक का आवंटन नहीं किया।
आयोग ने आगे बताया, ‘बल्ब के प्रतीक के साथ निर्दलीय उम्मीदवार शेख मोहम्मद याकूब एनए-120 उपचुनाव लड़ रहे हैं। उम्मीदवार जिस पार्टी का नाम उपयोग कर रहे हैं वह रजिस्टर्ड नहीं है।‘ ऐसे उम्मीदवार को नोटिस जारी करने का निर्देश रिटर्निंग आफिसर को दे दिया गया है नहीं तो उम्मीदवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आयोग की ओर से यह भी कहा गया कि जो भी ऐसा कह रह हैं कि चुनाव आयोग ने पार्टी प्रतीक जारी कर दिया है और वे रजिस्टर्ड हैं तो यह पूरी तरह गलत और आधारहीन है।
चुनाव आयोग ने आतंकी हाफिज सईद की इस पार्टी को मान्यता देने से इसलिए इंकार किया है क्योंकि पार्टी के पोस्टरों में खुलकर हाफिज सईद की तस्वीर का इस्तेमाल हो रहा था। आयोग ने सईद की तस्वीरों पर भी रोक लगा दी है।
बता दें कि पिछले 6 माह से आतंकी हाफिज सईद पाकिस्तान में नजरबंद है। क्योंकि अमेरिका ने पाकिस्तान पर दवाब बनाया था कि अगर वो जमात-उद-दावा चीफ के खिलाफ एक्शन नहीं लेगा तो पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि मुंबई के 26/11 आतंकवादी हमले का हाफिज सईद मास्टरमाइंड है और भारत इसके खिलाफ लगातार कार्रवाई की मांग कर रहा है लेकिन पाकिस्तान की ओर से उसके खिलाफ अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।