मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को लेकर गुरुवार को विवादित बयान दिया था। मीडिया से चर्चा करते हुए पटवारी ने पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर बयान देते हुए कहा था कि इमरती देवी का रस खत्म हो गया है। जिसके बाद अब पटवारी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर सफाई पेश की।
पटवारी के बयान के बाद इमरती देवी ने कहा कि वो पटवारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएंगीं। बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष ऊषा अग्रवाल ने पटवारी के बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा “मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की घृणित मानसिकता,महिलाओं में रस ढूंढते हैं कांग्रेसी। जिन जीतू पटवारी को भाजपा की एक दलित नेत्री में रस कम नजर आता है, क्या वही जीतू पटवारी सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को भी इस नजर से ही देखते हैं?
पटवारी ने बयान दिया था कि “देखो ऐसा है इमरती जी का अब रस खत्म होगया, अंदर जो चासनी होती है।” जिसके बाद अपने बयान पर सफाई पेश करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि मेरे एक बयान को तोड़मरोड़ कर, गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया जा रहा है। मेरी मंशा सिर्फ सवाल के जवाब को टालने की थी। श्रीमती इमरती जी मेरी बड़ी बहन जैसी हैं और बड़ी बहन मां के समान होती है।यदि फिर भी किसी को ठेस पहुंची हो,तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष ऊषा अग्रवाल ने पटवारी के बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा “मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की घृणित मानसिकता,महिलाओं में रस ढूंढते हैं कांग्रेसी। जिन जीतू पटवारी को भाजपा की एक दलित नेत्री में रस कम नजर आता है, क्या वही जीतू पटवारी सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को भी इस नजर से ही देखते हैं? ऐसा क्यों है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महिलाओं को अपमानित करने के लिए नीच से नीच शब्द ढूंढकर लाते हैं। महिलाएं दिग्विजय सिंह को टंच माल, कमलनाथ को आइटम नजर आती हैं और इनका अनुसरण करते हुए जीतू पटवारी उनमें रस और चाशनी ढूंढ रहे हैं। कांग्रेस का मूलचरित्र ही महिला विरोधी है।जीतू पटवारी की इस घृणित और निंदनीय मानसिकता पर लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी क्या राय रखती हैं?
डबरा सीट से लगातार तीन बार भारी बहुमत से चुनाव जीतने वाली इमरती देवी कमलनाथ सरकार में महिला व बाल विकास मंत्री भी रही थी। लेकिन जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजपी का दामन थामा तो उसी समय इमरती ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। बीजेपी में शामिल होने के बाद इमरती देवी ने उप चुनाव और फिर साल 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सकीं।