जयपुर । भारतीय रिजर्व बैंक ने जिस दिन दो हजार रुपये के नोटों को वापस लेने का फैसला, उसी दिन जयपुर में पुलिस ने योजना भवन स्थित सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के कार्यालय से दो करोड़ से अधिक की ब्लैक मनी बरामद की. इस नकदी के साथ ही एक किलो को गोल्ड बिस्कुट भी बरामद किया गया है.
सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि काला धन विभाग के सरकारी अधिकारियों का है जिन्होंने वहां धन छिपाया था. पैसा उन ठेकेदारों के माध्यम से अर्जित किया गया था जिन्हें कुछ महीने पहले निविदाएं आवंटित की गई थीं. हालांकि अभी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
इस बीच, पुलिस विभाग के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है और अधिकारियों पर शिकंजा कसने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मामले की पूरी अपडेट पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे हैं. इस पूरे मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने ली चुटकी
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार की चुटकी लेते हुए कहा कि विकास में लगातार नीचे जा रहे राज्य में भ्रष्टाचार में किस ऊंचाई पर पहुंच गया है, यह उसी का सबूत है. शेखावत ने ट्वीट कर कहा, “गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया है इसलिए आज सचिवालय ने करोड़ों की नकदी और सोना उगल दिया. विकास में निरंतर नीचे जा रहे राज्य में भ्रष्टाचार किस ऊंचाई पर पहुंच गया है, ये उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है. सरकारी लीपापोती जारी है लेकिन जनता से कुछ छिपता नहीं है.”
सचिवालय तक पहुंच गई भ्रष्टाचार की गंगोत्री: राजेंद्र राठौड़
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई. राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी बैठकर शासन चलाते हैं, वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में हैं.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि 2 हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री जी आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय 2 हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ? राठौड़ ने कहा कि आनन फानन में अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईटी, ईडी और एसीबी जैसे विभागों का कोई अधिकारी शामिल नहीं, आखिर माजरा क्या है?
पुलिस कमिश्नर ने क्या बताया?
पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार को योजना भवन में IT डिपार्टमेंट के बेसमेंट में रखी 2 अलमारी को खोलने का प्रयास किया गया. उनमें लैपटॉप बैग और ट्रॉली वाला सूटकेस मिला. बैग में करेंसी नोट मिले तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो बैग में 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 की रकम पाई गई. बरामद की गई रकम में 500 और 2000 रुपये के नोट ही मिले. इनमें 7298 नोट दो हजार और बाकी के 500 रुपये के नोट थे. इस रकम के साथ ही एक किलो गोल्ड बिस्कुट मिला. अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की है, जो जांच करेगी कि ये रकम किसकी है. फिलहाल पुलिस ने 7-8 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.