सागर। करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार जग्गू हत्याकांड के आरोपी और भाजपा से निष्काषित नेता मिश्रीचंद गुप्ता की चार मंजिला होटल को डायनामाइट से जमींदोज कर दिया। पांच सेकेंड में चार मंजिला होटल की इमारत धराशायी हो गई।
होटल के धराशायी होते ही मकरोनिया चौराहे पर खड़े तमाशबीनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसके पहले लगाए गए विस्फोट फेल हो गए थे। जिसके बाद प्रशासन ने होटल की बिल्डिंग में लगाए गए विस्फोटक की मात्रा को और बढ़ाया, जिसके बाद रात 7:39 बजे फिर से विस्फोट किया गया और पांच सेंकेंड में चार मंजिला होटल जमींदोज हो गई। इसके पहले प्रशासन ने मकरोनिया चौराहे के आसपास के इलाके की विद्युत सप्लाई काट दी थी तथा सडक़ के आवागमन को रोक दिया गया था। चौराहे की दुकानों को बंद करवा दिया गया था। कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक तरुण नायक मौके पर मौजूद रहे।
जग्गू हत्याकांड में आरोपी बनाए गए भाजपा नेता मिश्रीचंद गुप्ता व उसके परिजन सहित 8 आरोपियों में से 5 आरोपियों की गिरफ्तारी और तीन आरोपियों के फरार होने के बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई। जिसके बाद प्रशासन ने मंगलवार की सुबह होटल को गिराने की अंतिम कार्रवाई शुरू की। सुबह सात बजे से होटल के आसपास पुलिस लाइन से साजो सामान से लैस करीब सौ की संख्या में पुलिस बल और मकरोनिया, कैंट, कोतवाली, मोतीनगर, बहेरिया सिविल लाइन थानों के बल को मौके पर तैनात कर दिया गया। इंदौर से आई टीम को होटल को डिस्ट्रॉय करने के काम पर लगाया गया। टीम ने बटालियन स्थित चार मंजिला होटल जयराम के सभी 60 पिलर पर डायनामाइट फिट किया। इसके पहले होटल के आसपास पुलिस की सुरक्षा में आवाजाही को रोका गया। आसपास रहने वाले लोगों को वहां से हटाया गया। कलेक्टर, एसपी सहित एसडीएम व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। दोपहर 2:39 बजे डेटोनेटर से होटल में लगे डायनामाइट में विस्फोट किया गया, लेकिन दो-चार स्थानों पर ही विस्फोट होने के बाद अन्य डायनामाइट में विस्फोट नहीं हो पाया। विस्फोट के पहले पुलिस ने मकरोनिया चौराहे का ट्रॉफिक रोक दिया, दुकानें बंद करवा दी। लेकिन जब विस्फोट फेल हो गया, तो इंदौर की टीम ने विस्फोट की दोबारा से तैयारी शुरू की, इसके बाद रात तक तैयारी पूरी करने के बाद रात 7:39 बजे फिर से विस्फोट किया गया। महज 5 सेकेंड में ही होटल जमीदोंज हो गई।