जबलपुर। वर्षाऋतु आगमन को दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम द्वारा शहर के सभी बड़े, छोटे एवं मझौले नाला नालियों एवं कंजरवेंसियों की सफाई मशीनरी संशाधनों के साथ-साथ मानव संशाधनों को भी व्यापक स्तर पर लगाकर कराई जा रही है ताकि संभावित मानसून आगमन दिनांक 15 जून के पूर्व शत-प्रतिशत सफाई का कार्य पूर्ण हो सके। इसके लिए निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के द्वारा लगातार भ्रमण कर नाला सफाई अभियान के ऊपर निगरानी रखी जा रही है।

निगमायुक्त श्री वशिष्ठ ने संभागवार नाला नालियों एवं कंजरवेंसियों की सफाई कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने अलग-अलग मुख्य स्वच्छता निरीक्षकों से संभागवार नाला नालियों की सफाई की जानकारी प्राप्त की, जिसमें उन्हें अवगत कराया गया कि अभी तक 50 प्रतिशत नाला, नालियों एवं कंजरवेंसियों की सफाई सभी संभागों के अंतर्गत कराई जा चुकी है। जिसपर निगमायुक्त ने स्वास्थ्य अधिकारी सहित सभी सहायक स्वास्थ्य अधिकारियों, एवं मुख्य स्वच्छता निरीक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि 15 जून तक मानसून आगमन की संभावना है, इसलिए इसके पूर्व शत-प्रतिशत नाला, नालियों एवं कंजरवेंसियों की बेहतर सफाई कराया जाना आप सभी लोग सुनिश्चित करें ताकि कहीं भी मानसून के दौरान जल भराव की स्थिति निर्मित न हो सके।

24 घंटे मोबाइल चालू रखें
समीक्षा बैठक के दौरान निगमायुक्त ने सभी स्वास्थ्य अमले को यह भी निर्देशित किया कि मानसून काल के दौरान सभी लोग 24 घंटे अपने अपने मोबाइल चालू रखेगें और संभागों में स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष को प्रभावी करते हुए पुरूष टीम को अलर्ट रहने प्रशिक्षित करेगें, ताकि शहर में अतिवृष्टि होने पर टीम तत्काल मौके पर जाकर पानी निकासी की व्यवस्था बना सकें। उन्होंने उपरोक्त के अलावा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएॅं भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। बैठक में स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, कार्यपालन यंत्री आर.पी. गुप्ता, आदित्य शुक्ला, के साथ-साथ समस्त संभागीय अधिकारी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी सुनील गुजराती, अनिल जैन, के.के. दुबे, अनिल बारी, एवं मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक आदि उपस्थित रहे।

बरसात के पानी निकासी की व्यवस्था हो
निगमायुक्त श्री वशिष्ठ ने बैठक में शतप्रतिशत नाला, नालियों एवं कंजरवेंसियों की सफाई के साथ-साथ यह भी निर्देशित किया कि सभी 16 संभागों में अतिवृष्टि के दौरान क्षेत्रीय नागरिकों को राहत प्रदान करने तथा वर्षा जल निकासी की व्यवस्था बनाए जाने के लिए अलग से टीम तैयार कर तीन शिफ्टों में संभागों में तैनात रखें। आवश्यकता पड़ने पर संभाग में तैनात टीम तुरंत मौके पर जाकर जल निकासी की व्यवस्था कर नागरिकों को राहत प्रदान करने का कार्य करेगें। उन्होंने इस कार्यो में किसी प्रकार की कोताही न बरतने की हिदायत दी।