भोपाल।  सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये जरूरी है कि नागरिकों में यातायात नियमों का पालन करने का भाव विकसित किया जाये। इसके लिये व्यापक तौर पर जन-जागरूकता अभियान चलायें। अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने मध्यप्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा क्रियान्वयन समिति की बैठक में उक्त निर्देश दिये। एडीजी पीटीआरआई जी. जनार्दन ने प्रेजेंटेशन दिया। आयुक्त नगरीय विकास एवं आवास निकुंज श्रीवास्तव, सचिव गृह गौरव राजपूत और नोडल अधिकारी मौजूद थे।

एसीएस डॉ. राजौरा ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों को जन-जागरूकता के लिये सहभागी बनाया जाये । उन्होंने सड़क निर्माण की नोडल एजेंसियों को आवश्यकतानुसार अनिवार्य रूप से मार्ग संकेतक, रम्बल स्ट्रिप, स्पीड गवर्नर इत्यादि लगाने के निर्देश दिये। डॉ. राजौरा ने सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद करने वाले “गुड सेमेरिटन” को सरकार द्वारा किये गये प्रावधान अनुसार तत्परता से प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के निर्देश दिये।

डॉ. राजौरा ने जिलास्तर पर गठित सड़क सुरक्षा समितियों को नियमित और सतत मॉनीटरिंग करने के निर्देश प्रसारित करने को कहा है। उन्होंने जिलों की आवश्यकता और माँग अनुसार बजट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये। डॉ. राजौरा ने कहा कि सभी नोडल एजेंसियाँ समन्वय से बेहतर कार्य करना सुनिश्चित करें, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके।