नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि उसे भारत और युगांडा में नकली कोविशील्ड वैक्सीन मिली है। केंद्र सरकार ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने से पहले यह जांच कर लें कि कहीं वो नकली तो नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर इसलिए सचेत किया क्योंकि हाल ही में साउथ ईस्ट एशिया और अफ्रीका में फर्जी कोविशील्ड पाई गई थी, जिसके बाद WHO ने नकली वैक्सीन को लेकर अलर्ट किया था।

  अब केंद्र ने राज्यों को एक असली वैक्सीन की पहचान के लिए एक खाका बनाकर भेजा है, जिसे देखकर पहचान की जा सकती है कि वैक्सीन असली है या नकली? इस खाका में अंतर पहचानने के लिए कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक V तीनों वैक्सीन पर लेबल, उसके कलर, ब्रांड का नाम क्या होता है, इन सब की जानकारी साझा की गई है।

  बता दें कि राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत देशभर में अब तक टीके की 68.46 करोड़ खुराक लोगों को दी जा चुकी है। केंद्र सरकार ने 11 पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी कोविड वैक्सीनेशन पर नए निर्देश दिए हैं और कहा है कि 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज जल्द से जल्द दिया जाए। केंद्र ने कई राज्यों में टीकाकरण के मंद रफ्तार पर असंतोष भी जताया है।

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