भोपाल। प्रदेश के इंदौर और भोपाल में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने का मुख्यमंत्री ने ऐलान कर भले ही आईपीएस अफसरों की चार दशक पुरानी मांग को पूरा कर दिया हो, अफसरों में खुशी भी है लेकिन आईएएस अफसरों के डर से वे अपनी खुशी को जग जाहिर करने से बच रहे हैं। सिस्टम में इतने बड़े बदलाव के बाद भी अब तक न तो आईपीएस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है और न ही किसी अफसर ने इस सिस्टम को लेकर अधिकृत बात की है।
जिस दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका ऐलान किया था, उस दिन अधिकांश आईपीएस अफसरों को भरोसा ही नहीं हुआ कि प्रदेश में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होगा। इसके बाद जब सभी को यह लगने लगा कि अब यह सिस्टम कुछ ही दिनों मे लागू होकर रहेगा तो सभी अफसरों ने इस पर चुप्पी साध ली। आईपीएस एसोसिएशन ने जहां वर्ष 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ से पुलिस कमिश्नर सिस्टम को लेकर मांग की थी। सूत्रों की मानी जाए तो आईपीएस अफसरों ने तय किया है कि इस सिस्टम के लागू होने पर खुशी व्यक्त करना या मुख्यमंत्री, गृह मंत्री का आभार व्यक्त नहीं किया जाएगा, ऐसा करने पर यह संदेश आईएएस अफसरों के बीच जाएगा कि आईपीएस अफसर इस सिस्टम से खुश हैं। जिससे उनका भी विरोध इस पर मुखर हो सकता है। उनकी नाराजगी बढ़ जाएगी और यह सिस्टम के लिए ठीक नहीं होगा।
आज-कल में होगा नोटिफिकेशन
पुलिस कमिश्नर सिस्टम को लेकर वित्त, विधि और गृह विभाग से अनुमति मिलने के बाद अब इसका नोटिफिकेशन का इंतजार किया जा रहा है। बताया जाता है कि आज-कल में ही नोटिफिकेशन जारी कर अफसरों को यहां पर पदस्थ कर दिया जाएगा।