भोपाल । एडीजी स्तर के आईपीएस राजेंद्र कुमार मिश्रा द्वारा अपने मृत पिता कालूमणि का शव बंगले में रखकर झाड़-फूंक कराने का मामला तूल पकड़ गया है। खबर की जानकारी लगते ही गुरुवार को सुबह से ही मीडिया वाले आईपीएस के डी-7, 74 बंगला स्थित घर पर पहुंच गए। इधर, गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा है कि आईपीएस अधिकारियों की टीम जल्द ही इस मामले में घर पहुंचकर जांच करेगी।
मामले में डीजीपी वीके सिंह ने एडीजी रैंक के अधिकारियों की टीम बनाई है। थोड़ी देर में यह यह आईपीएस राजेंद्र कुमार मिश्रा के बंगले पर पहुंचेगी। वे आईपीएस और उनके परिवार वालों से बातचीत करेंगे। मौके की स्थिति और बातचीत के बाद पुलिस मुख्यालय इस मामले में कोई फैसला लेगा।
गौरतलब है कि एडीजी स्तर के आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार मिश्रा के पिता की मृत्यु एक माह पूर्व हो गई थी। बताया जा रहा है कि वे पिता को जिंदा मानते हुए अपने घर पर ही तांत्रिकों से झाड़-फूंक करवा रहे हैं। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब आईपीएस के मृत पिता की तीमारदारी में लगे एसएएफ के दो जवान बीमार होने लगे।
उन्होंने यह बात जब अपने सहकर्मियों को बताई, तब मामला सामने आया। मिश्रा के पिता को 13 जनवरी को फेंफड़ों में संक्रमण के चलते बंसल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। 14 जनवरी की शाम को उनकी मृत्यु हो गई थी। बंसल हॉस्पिटल प्रबंधन ने इसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया था।