भोपाल । सिंधी समाज में एकता का बेहतर उदाहरण देखने को मिलता है। उनकी अपनी विशेष संस्कृति एवं सभ्यता है। देश में इनकी विशेष पहचान है। व्यापार को तरक्की देने में सिंधी समाज मील का पत्थर है। यह बात गृह मंत्री और इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पाकिस्तान से आये सिंधी समाज के 101 शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रमाण-पत्र सौंपते हुए कही।

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट की विशेष उपस्थिति में इंदौर के जाल सभागृह में आयोजित एक गरिमामय समारोह में भारत की नागरिकता संबंधी प्रमाण-पत्र सौंपे गये। सांसद शंकर लालवानी, विधायक सर्वरमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, श्रीमती मालिनी गौड़ सहित गौरव रणदिवे, संजय कटारिया, श्रीमती कंचन गिदवानी पूज्य जेकब आबाद जिला सिंधी पंचायत ट्रस्ट इंदौर के अध्यक्ष राजा माँदवानी, गोपाल दास पारियानी भी मौजूद थे।

प्रभारी मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सिंधी समाज से उनका गहरा नाता और जुड़ाव रहा है। मुझे सिंधी भाषा लिखना, पढ़ना और बोलना बहुत अच्छी तरीके से आती है। आज भी मुझे सिंधी भाषा की पूरी बारह खड़ी (वर्णमाला) याद है। सिंधी समाज की समस्याओं को मैं गहराई से समझता हूँ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की बागडोर संभालते ही सिंधी समाज की पीड़ा को दूर करने के लिये ऐतिहासिक कदम उठाये हैं। इसलिए नागरिकता संबंधी प्रावधानों को लचीला बनाया जाकर अधिकतम पीड़ितों को नागरिकता प्रदान किये जाने का कार्य किया जा रहा है।

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों से नागरिकता के कानून का सरलीकरण किया गया है। कार्यक्रम को सांसद शंकर लालवानी, विधायक श्रीमती मालिनी गौड़ और आकाश विजयवर्गीय ने भी संबोधित किया।

पूज्य जेकब आबाद सिंधी पंचायत ट्रस्ट के अध्यक्ष राजा माँदवानी ने कहा कि नागरिकता संबंधी कानून के सरलीकरण से हमें बेहद लाभ मिल रहा है। इस कानून को सरल बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के हम विशेष रूप से आभारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *