इंदौर।   भ्रष्टाचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में इंदौर (Indore) की लोकायुक्त पुलिस ने एक बड़ी ट्रेप कार्रवाई की है। दरअसल, अधिकारीयों को रिश्वत (Bribe) लेने में ना तो डर लगता है और ना ही उन्हें अपनी नौकरी खोने का डर रहता है। ऐसा ही हाल ही में झाबुआ के एक पटवारी द्वारा किया गया। बताया जा रहा है कि इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने झाबुआ में ट्रक कार्रवाई करते हुए एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। जिस पटवारी को पकड़ा है उस पटवारी का नाम विजय वसुनिया पिता जयराम वसुनिया है। लोकायुक्त पुलिस ने विजय वसुनिया को झाबुआ से रिश्वत लेते हुए पकड़ा है।

जानकारी के मुताबिक, तहसील पेटलावद जिला झाबुआ के रहने वाले आवेदक चंद्रशेखर राठौर पिता दिनेश राठौर से विजय वसुनिया पटवारी ने रिश्वत ली जिसके बाद चंद्रशेखर राठौड़ ने शिकायत करवाते हुए बताया कि चाचा महेश पिता गौरीशंकर राठौर के नाम की जमीन में नाम सुधार करवाना था, इसके लिए वह नायाब तहसीलदार तहसीलदार से मिले। लेकिन उन्हें यह कहा गया कि इस काम के लिए वह पटवारी से जाकर मिले।

तब वह पटवारी के पास गए और उन्हें इस काम के बारे में बताया तो पटवारी ने 10000 रुपए की रिश्वत की मांग की। जिसके बाद फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को मामले की जानकारी देते हुए शिकायत दर्ज करवाई। बताया गया कि फरियादी कार्यालय पुलिस अधीक्षक इंदौर में शिकायत कराने पहुंचा तो लोकायुक्त पुलिस ने उसका साथ देते हुए पटवारी विजय वसुनिया को 4000 रुपए पहली किश्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। वहीं तुरंत पुलिस ने ट्रक की कार्यवाही की। अब इस मामले को लेकर जांच की जा रही है। वहीं पटवारी के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।