इंदौर. शहर के सभी बाज़ार अब 30 जुलाई से लेकर 4 अगस्त तक खुले रहेंगे. इसमें ज़ोन वन में शामिल राजवाड़ा जैसे प्रमुख भीड़ भरे इलाके के बाज़ार भी शामिल हैं. ईद और राखी जैसे बड़े त्योहार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. मंगलवार रात आनन-फानन में बुलायी गयी बैठक के बाद इसका ऐलान किया गया. नेताओं ने जवाबदारी ली है कि व्यापारी इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करेंगे.
इंदौर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बाजारों को लेफ्ट राइट के फार्मूले पर खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन बीजेपी के विधायक महेंद्र हार्डिया ने सीएम शिवराज सिंह को सख्त लहजे में पत्र लिखकर यह मांग कर दी कि उनके इलाके के बाजार पूरे दिन खोले जाएं. इसकी परमिशन कलेक्टर को देनी पड़ी. उसके बाद जोन टू में शामिल शहर के सभी बाजार सुबह 7:00 बजे से रात 8:00 बजे तक खुलने लगे. क्षेत्र के दुकानदारों ने महेंद्र हार्डिया का स्वागत भी किया और उन पर फूल बरसा कर उनका आभार जताया. इंदौर के सबसे व्यस्त माने जाने वाले राजवाड़ा और उसके आसपास के कपड़ा बाजार, बरतन बाजार, सर्राफा बाजार को खोलने की भी मांग की जा रही थी. कांग्रेस पिछले 2 दिन से लगातार आंदोलन कर रही थी. उसकी मांग थी कि जिस तरह बीजेपी के नेताओं ने जोन टू के बाजार खुलवाए हैं, उसी तरह जोन वन के भी बाजार खोले जाएं. अभी त्योहार का समय है और व्यापारियों के पास धंधा भी नहीं है. ऐसे में उनकी रोजी-रोटी के लिए यह बाजार खोले जाएं. इलाके के बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने भी बाजार खोलने के लिए कलेक्टर मनीष सिंह को पत्र लिखा था.
इंदौर की रेसीडेंसी कोठी पर मंगलवार रात 8 बजे पुलिस -प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की अहम बैठक बुलाई गई. इसमें विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर, कृष्णमुरारी मोघे, सुदर्शन गुप्ता, मनोज पटेल, डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह और नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल मौजूद थीं. इसमें 30 जुलाई से 4 अगस्त तक शहर के सभी बाजार पूरी तरह खोलने का फैसला लिया गया.
आपदा प्रबंधन समूह ने अपील की है कि इस दौरान जो भी व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट जैसी गंभीर बीमारियों के मरीज हैं वो संभव हो तो बाहर न निकलें. बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा शहर के विभिन्न बाजारों के संगठनों ने स्वयं सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने और खरीदारों को मास्क लगवाने की जवाबदारी ली है. व्यापारियों से कहा गया है कि जो लोग बिना मास्क के सामान खरीदने आएं उन्हें बिल्कुल सामान नहीं दिया जाए. उन्होंने कहा अब इंदौर की जनता को अपनी जवाबदारी निभाना है कि वो इस संकट काल में कितनी सावधानी रख सकती है.