पटना के जीरो माइल इलाके में उस समय हड़कंप मच गया जब यात्रियों से भरी एक बस पर तीन अपराधियों ने अचानक फायरिंग कर दी। यह हमला इतना अचानक और खौफनाक था कि यात्री जान बचाने के लिए बस से कूदकर भागने लगे। इस फायरिंग में बस चालक दुष्यंत मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
धीमी रफ्तार में चल रही थी बस…
मिली जानकारी के अनुसार, यह बस ‘नीतू राज सर्विसेज’ की थी और बेतिया के लिए निकली थी। जब बस जीरो माइल पर ट्रैफिक के कारण धीमी गति से चल रही थी, तभी तीन हमलावरों ने उस पर फायरिंग शुरू कर दी। हमले की शुरुआत इतनी अचानक हुई कि किसी को कुछ समझ में ही नहीं आया। कई यात्रियों ने सिर झुकाकर या बस की फर्श पर लेटकर अपनी जान बचाई। फायरिंग करीब डेढ़ मिनट तक चली।
हमलावर फरार, पुलिस को मौके से मिले छह खोखे…
हमलावरों ने घटना को अंजाम देने के बाद मौके का फायदा उठाते हुए भीड़-भाड़ के बीच से आसानी से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने घटनास्थल से छह खोखे बरामद किए हैं, जिससे यह पता चलता है कि हमलावरों ने बेहद नजदीक से गोलीबारी की थी।
एसपी और एसडीपीओ पहुंचे मौके पर…
घटना की सूचना मिलते ही पटना के एसपी डॉ. के. रामदास और एसडीपीओ-2 सत्यकाम पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए एनएमसीएच भेजा गया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हमला रंगदारी से जुड़ा हो सकता है।
रंगदारी के लिए की गई थी फायरिंग?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बस स्टैंड पर दो कुख्यात अपराधियों का दबदबा है, जो फिलहाल बेउर जेल में बंद हैं। आशंका जताई जा रही है कि उन्हीं की तरफ से बस मालिकों से रंगदारी मांगी गई थी और विरोध करने पर इस हमले को अंजाम दिया गया। फिलहाल पुलिस ने बस मालिक, कंडक्टर और मैनेजर से पूछताछ शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।