भोपाल।  महुआ मोइत्रा ने देवी काली को लेकर विवादित और आपत्तिजनक बयान दिया था। इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महुआ मोइत्रा के बयान से हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, हिंदू देवी देवताओं का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मोइत्रा के ख़िलाफ़ भोपाल में क्राइम ब्रांच द्वारा अपराध दर्ज कर लिया है। महुआ मोइत्रा के ख़िलाफ़ आइपीसी की धारा 295 ए के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।

जानकारी के अनुसार, उनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हुई हैं। अकेले बंगाल में ही उनके खिलाफ चौथी शिकायत दर्ज हुई है। पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में भाजपा ने मोइत्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। इस बीच महुआ मोइत्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि वो मां काली की उपासक हैं। वो गुंडो और पुलिस से डरने वाली नहीं हैं। वो पीछे हटने वाली नहीं हैं।

दरअसल, भारतीय मूल की कनाडा में रहने वाली फिल्ममेकर लीला मणिमेकलाई ने मां काली डॉक्यूमेंट्री फिल्म में एक विवादित पोस्टर जारी किया था। इस पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए हाथ में एलजीपीटीक्यू का झंडा लहराते हुए दिखाया गया। इसके बाद देशभर में बवाल मच गया है। फिल्ममेकर के खिलाफ देश के कई हिस्सों में शिकायत दर्ज की गई। यही नहीं लीला मणिमेकलाई के खिलाफ अयोध्या के एक महंत ने सिर तन से जुदा करने तक की धमकी दे डाली।

अब इस मामले में नया मोड़ तब आया जब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एक टीवी कार्यक्रम में मां काली को शराब और मांस खाने वाली देवी बताया। टीएमसी सांसद ने कहा था उनकी नजर में मां काली देवी की यही मूरत है। अब उनके बयान पर घमासान छिड़ गया है। भाजपा ने टीएमसी सांसद से माफी मांगने की मांग की है। उधर, टीएमसी ने भी उनके बयान से पल्ला झाड़ा और उनके बयान को निजी बयान कह डाला। खुद को चौतरफा घिरती देख टीएमसी सांसद ने भी अपने तेवर कम नहीं किए हैं। उन्होंने टीएमसी को ट्विटर पर अनफॉलो किया है।

बीजेपी ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मोइत्रा के खिलाफ 10 दिनों में कार्रवाई नहीं की गई तो वह अदालत का रुख करेगी। उधर बोबाजार पुलिस थाने में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ बीजेपी महिला मोर्चा ने शिकायत दर्ज कराई।

महुआ ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘ब्रिंग इट ऑन बीजेपी! मैं काली की उपासक हू। मैं किसी चीज से नहीं डरती हूं… न आपकी अज्ञानता से, न आपके गुंडों से, न पुलिस से और सबसे खासकर न ही आपके ट्रोल्स से। सच को बैकऑफ फोर्स की जरूरत नहीं होती।’

क्या कहा था महुआ मोइत्रा ने?
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को यह टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया कि जिस तरह हर व्यक्ति को अपने तरीके से देवी-देवताओं की पूजा करने का अधिकार है, उसी तरह बतौर एक व्यक्ति उन्हें देवी काली के मांसाहारी और मदिरा स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है।

बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी ने मोइत्रा के इस बयान को लेकर उन पर कड़ा प्रहार किया और सवाल किया कि क्या यह हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी का आधिकारिक रुख है। कोलकाता में एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कृष्णानगर से सांसद मोइत्रा ने देवी काली के बारे में यह टिप्पणी उस वक्त की, जब उनसे एक फिल्म के पोस्टर के बारे में पूछा गया, जिसमें देवी काली को धूम्रपान करते हुए दर्शाया गया है।

धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप
बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘सनातन हिंदू धर्म के नियमों के अनुसार, देवी काली की पूजा एक ऐसी देवी के रूप में कभी नहीं की जाती जो मदिरापान करती हों और मांस भक्षण करती हों। हिंदू सदियों से देवी काली को बुराई के खिलाफ शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजते रहे हैं। उनकी (मोइत्रा की) टिप्पणियों से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। हम देवी काली पर की गई टिप्पणी के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करते हैं।’