बुलंदशहर। ऑपरेशन के दौरान लापरवाही के मामले कई बार सामने आ चुके हैं लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें नाम को लेकर डॉक्टर और स्टाफ को गलतफहमी हो गई। डॉक्टर ने किसी और मरीज का ऑपरेशन कर दिया जिससे उसकी जान चली गई। ऑपरेशन के बाद मरीज के परिजनों ने हंगामा किया जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया। मामला बुलंदशहर के दिल्ली रोड स्थित सुधीर नर्सिंग होम का है। पुलिस ने मृतक के पुत्र की तहरीर पर चिकित्सक समेत स्टाफ के चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना के बाद से ही डॉक्टर और स्टाफ फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। 

  दरअसल बुलंदशहर के नरसेना क्षेत्र के गांव करियारी निवासी यूसुफ सैफी (45) पुत्र अल्लानूर कई दिनों से बुखार से पीड़ित था।  जब उसे बुखार से कोई आराम नहीं मिला तो उसे सुधीर नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जब उसकी जांच की गई तो उसमें डेंगू की पुष्टि हो गई। डॉक्टरों ने उसमें प्लेटलेट्स कम होने की बात कही। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि गुरुवार सुबह उसे एक जूनियर चिकित्सक ने आपरेशन रूम में बुलाया, जहां पहले से मौजूद चिकित्सक व अन्य टीम ने उसे आपरेशन बैड पर लिटा लिया और पेट में चीरा लगाकर आपरेशन शुरू कर दिया। जब यूसुफ को होश आया तो उसने परिजनों को इसके बारे में बताया। सैफी की पत्नी साइन बेगम और बेटा आलमशेर ने जब देखा कि बिना किसी परेशानी के ऑपरेशन कर दिया तो उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। थोड़ी देर बात यूसुफ सैफी की मौत हो गई। जब इस मामले की जानकारी पुलिस और सीएमओ तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। सीएमओ ने मामले की जानकारी मिलते ही टीम भेजकर ऑपरेशन थियेटर को सील कर दिया। वहीं, मौके से भी मरीजों का रिकॉर्ड मिला उसे कब्जे में ले लिया। अस्पताल का कहना है कि दो मरीजों के एक ही नाम यूसुफ होने के कारण गलतफहमी हो गई। इस मामले में अस्पताल के संचालक सुधीर कुमार अग्रवाल के खिलाफ भी तहरीर दी गई है। पुलिस आरोपी डॉक्टर और स्टाफ की तलाश कर रही है। पुलिस की ओर से परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।  

facebook
twitter
googleplus
linkedin

More News »

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *