मंडला।   सरकारी सिस्टम ने एक गर्भवती से मां बनने की खुशी छीन ली। बड़े अरमान से गर्भवती ने अपनी कोख में 9 महीने तक उस सुख को पाला जो उसे बेटे या बेटी के रूप में मिलने वाला था। लेकिन, जब प्रसव की बारी आई, तो सिस्टम ने कभी ना भुलाने वाली पीड़ा महिला को दे दी। दरअसल महिला के गांव में सड़क नहीं है। जिसके चलते उसे खाट पर लेटाकर पहले एंबुलेंस तक और फिर अस्पताल लाया गया। इस दौरान बहुत देर हो चुकी थी। महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया।

आप पोल में भाग लेकर अपनी राय दे सकते हैं-

दरअसल ये महिला मंडला के बेहरा टोला गांव की रहने वाली है। गुरुवार को सुनिया मरकाम नाम की इस महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन लगाया। एंबुलेंस समय पर तो पहुंची, लेकिन सड़क नहीं होने से गांव तक नहीं आ सकी। एंबुलेंस कर्मचारी सुनिया के घर पहुंचे। उन्होंने उसे खाट पर लेटाया और परिजनों की मदद से तीन किलोमीटर पैदल चलकर एंबुलेंस तक पहुंचे।

जबलपुर रेफर किया, वहां हुई डिलीवरी
इसके बाद सुनिया को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। रात में हालत गंभीर होने पर जबलपुर रेफर किया गया, जहां सुनिया की डिलीवरी हुई, लेकिन बच्चा मृत पैदा हुआ। वहीं अब गर्भवती महिला को खाट पर ले जाने वाला VIDEO सामने आया है। गांव की आशा कार्यकर्ता ने बताया कि सुनिया को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी थी।

इस मामले में कलेक्टर ने ये कहा
इस मामले में कलेक्टर हर्षिका सिंह का कहना है कि गर्भवती जिस गांव की है, वो पहाड़ के ऊपर का एक टोला है। जहां खड़ी चढ़ाई होने के कारण वाहन पहुंचना कठिन होता है। 2017 में ग्रेवल सड़क बनाई गई थी, लेकिन एंड पॉइंट तक बनने के बावजूद मोटेरेबल नहीं होता। हमने टीम को बोला है कि आप तकनीकी रूप से समझ लीजिए, अगर वहां सड़क बनाने की संभावना है तो हम स्पेशल प्रस्ताव भेज सकते है।