नई दिल्ली। इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 240 सीटों पर ही जीत मिली है। वो 10 साल से सत्ता में खुद के दम पर 272 के बहुमत का आंकड़ा जुटाकर रही, लेकिन इस बार बीजेपी को 16 सीट हासिल कर चंद्रबाबू नायडू और 12 सीटें जीतने वाले नीतीश कुमार का मुख्य सहारा है। पहले ये खबर आ चुकी है कि चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार इस बार मोदी सरकार में कौन-कौन से मंत्रालय चाहते हैं। वहीं, अब सूत्रों के हवाले से ये जानकारी आई है कि मोदी सरकार में बीजेपी अहम मंत्रालय किसी भी सहयोगी दल से साझा नहीं करने वाली।
अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि तीसरी बार मोदी सरकार में भले ही बीजेपी को खुद से बहुमत हासिल नहीं हुआ, लेकिन अहम मंत्रालय वो अपने पास ही रखने जा रही है। चैनल को सूत्रों ने बताया कि बीजेपी अपने पास गृह मंत्रालय तो रखेगी ही, साथ ही वित्त, रेलवे, विदेश, कानून, आईटी और रक्षा मंत्रालय भी उसके ही पास रहने वाले हैं। किस सांसद को कौन सा मंत्रालय दिया जाएगा, इसका फैसला पीएम नरेंद्र मोदी को करना है। इसमें उनकी मदद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करने वाले हैं।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जिस तरह का झटका लगा, उसके बाद सोशल मीडिया पर यूजर लगातार निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्री पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि निर्मला सीतारमण की आर्थिक नीतियों से लोग परेशान हैं। जबकि, पीएम मोदी ने सीतारमण पर काफी अर्से से भरोसा बनाए रखा है। ऐसे में निर्मला सीतारमण की जगह किसी और नेता को वो वित्त मंत्री बनाते हैं या नहीं, ये देखना है। ये भी देखना है कि मोदी सरकार में परिवहन मंत्रालय का काम संभालकर विपक्ष से भी अपनी तारीफ कराने वाले नितिन गडकरी को कौन सा मंत्रालय मिलता है। क्योंकि सूत्रों के हवाले से ये खबर आ रही है कि सहयोगी दल टीडीपी इस बार परिवहन मंत्रालय चाहती है। माना जा रहा है कि गृहमंत्री पद पर अमित शाह को बरकरार रखा जाएगा। साथ ही रक्षा मंत्री पद पर राजनाथ सिंह बने रहेंगे। वहीं, विदिशा सीट से 8.50 लाख के अंतर से जीत दर्ज करने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को भी मोदी सरकार में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।