महाकुंभनगर। हिन्दी, अंग्रेजी समेत पांच भाषाओं में भागवत कथा सुनाने वाली देश की पहली किन्नर कथा वाचक हिमांगी सखी ने धमकी दी है कि विवाद समाप्त नहीं हुआ तो सनातन का त्याग कर गंगा में गले का कंठा प्रवाहित कर देंगी। महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने यह बयान किन्नर अखाड़े की ही एक अन्य महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरी पर हमले के बाद दिया है। हिमांगी सखी ने कहा कि उनके ऊपर इस हमले का आरोप लगा है, जबकि उनका इससे कोई वास्ता नहीं है। इससे पहले उनके खुद के ऊपर हमला हुआ था, उस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हुई थीं। इस मामले को पुलिस पर छोड़ दिया है।
पिछले दिनों उन पर हुए हमले का आरोप किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर लगाने वाली महामंडलेश्वर ¨हमागी सखी ने रविवार को कहा कि यदि विवाद नहीं समाप्त हुआ तब वह सनातन धर्म का त्याग करेंगी। पिछले दिनों किन्नर कल्याणी देवी पर हमला हुआ जिसका आरोप हिमांगी सखी पर लगाया गया। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि कैसे लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ उनके कैंप में घुसकर मारपीट की।
उन्होंने किन्नर अखाड़े में पहले से चल रहे विवाद से दुखी होकर ना केवल किन्नर अखाड़ा, बल्कि वह सनातन धर्म ही छोड़ देने की धमकी दी है। अखाड़े के अंदर चल रहा यह विवाद अब उनके बर्दाश्त के बाहर हो गया है। उन्होंने कहा,च्च् मैं अब थक गई हूं। मुङो अपने को सनातनी बोलने में शर्म आने लगी है। मेरे ऊपर जो हमला हुआ उसका तो साक्ष्य सभी ने देखा है लेकिन कल्याणी के ऊपर हुए हमले का मुङो अफसोस है।’’ उन्होंने कहा कि मैने किन्नर मुस्कान को सनातन में जोड़ा है। वह हिजडा जिंदगी से ऊब चुकी है। महामंडलेश्वर की पदवी देकर उनको आगे बढ़ाया है। उन्होंने कल्याणी को सचेत किया कि किसी का अगर मुस्कान से विवाद है तो वह सीधा उनसे संपर्क करे लेकिन मेरा नाम बीच में क्यों घसीटा जा रहा है।
उन्होंने कहा, च्च्कल्याणी जी ऐसा करके कुछ हासिल होने वाला नहीं है।’’ हिमांगी सखी ने कल्याणी पर आरोप लगाया कि जैसे उनके गुरू डॉ़ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी है उसी प्रकार उनका चेला भी होगा। उन्होंने कहा, च्च्विवाद समाप्त नहीं हुआ तो त्रिवेणी तट पर जाकर में अपने गले का कंठा का प्रवाह कर दूंगी, मस्तक का तिलक मिटा दूंगी और सनातन धर्म का त्याग पूरी मीडिया के सामने करूंगी।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस विवाद को सुलझाएं तो बहुत अच्छी बात है। यहां पर बहुत सी चीजें गलत हो रहीं है और किन्नर समाज में बहुत मतभेद है।