पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश आक्रोश में है और भारत सरकार से बदला लेने की मांग कर रहा है। वहीं जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं ‌ वहीं इसी बीच पाकिस्तान सीमा से सटे गांव के लोगों ने पुराने बकरों की साफ सफाई शुरू कर दी है। वहां के स्थानीय लोगों ने भारत सरकार से बदला लेने की अपील की है उन्होंने कहा कि अगर हमने बदला नहीं लिया तो बहुत ही शर्मनाक होगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि भारत सरकार हमारी सुरक्षा की चिंता ना करें।

हमारी सुरक्षा की चिंता करने की जरूरत नहीं-स्थानीय

स्थानीय ग्रामीणों ने पहलगाम अवल को लेकर नाराजगी चढ़ाते हुए कहा कि अगर भारत इसका बदला नहीं लेता है तो यह हमारे लिए बहुत ही शर्मनाक होगा। क्योंकि हम सीमा के पास रहते हैं, इसीलिए किसी भी स्थिति का सबसे पहला असर हम पर पड़ेगा इसीलिए हम पूरी तैयारी के साथ रहना चाहते हैं। भारत सरकार को चिंता करने की जरूरत नहीं है की बॉर्डर पर बसे लोग सुरक्षित रहेंगे या नहीं हम सरकार या सेना का मनोबल गिराने वाले किसी भी विचार के खिलाफ है। अब जो भी हो उसे आर -पार की लड़ाई के रूप में लिया जाए क्योंकि आतंकियों ने निहत्थे नागरिकों पर हमला कर बेहद दुखद और निंदनीय कृत्य किया है।’

पुराने बंकरों की सफाई कर रहे हैं गांव के लोग

अरिना गांव के ट्रेवां में रहने वाले एक स्थानीय निवासी ने बताया कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए बंकरों में पहले गोलाबारी के समय शरण ली जाती थी। अब पहलगाम की घटना के बाद फिर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं। लंबे समय से सीमा पर शांति बनी हुई थी इसीलिए बंकरों का उपयोग बंद कर दिया गया था लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए जिसमें कभी भी कुछ भी हो सकता है, तो अब फिर से बंकरो को साफ किया जा रहा है।