• कर्नाटक में आईएएस और आईपीएस महिला अधिकारियों के बीच छिड़ा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है.
  • पहले इस मामले में तबादला हुआ, वहीं अब रोहिणी सिंधुरी ने डी रूपा को मानहानि का नोटिस थमा दिया है.
    नई दिल्ली ।
    दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों के खुलेआम झगड़े से असहज हुई कर्नाटक सरकार ने मंगलवार (21 फरवरी) को उनका तबादला कर दिया. इस पूरे मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है. तबादले के बाद, आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी ने आईपीएस अधिकारी डी रूपा को उनकी टिप्पणी के लिए कानूनी नोटिस जारी किया है. रोहिणी सिंधुरी ने डी रूपा से मानहानि के हर्जाने के रूप में 1 करोड़ रुपये की मांग की है. साथ ही बिना शर्त लिखित माफी मांगने को भी कहा है. दरअसल, आईपीएस अधिकारी डी रूपा ने बीते दिनों आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी की कुछ प्राइवेट तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया था. डी रूपा ने आरोप लगाया था कि रोहिणी सिंधुरी ने पुरुष आईएएस अधिकारियों के साथ अपनी तस्वीरों को शेयर किया, जो कि गलत है. इसके बाद रोहिणी सिंधुरी ने डी रूपा पर उनका बदनाम करने का आरोप लगाया और दोनों के बीच ये घमासान सार्वजनिक रूप से सभी के सामने आ गया.
    ‘माफीनामे को फेसबुक पर शेयर करें’
    अब रोहिणी सिंधुरी ने डी रूपा को लीगल नोटिस भेजा है. नोटिस में डी रूपा को कथित रूप से मानहानिकारक टिप्पणी करने के लिए माफी मांगने का निर्देश दिया गया है. इसी के साथ नोटिस में कहा गया है कि माफीनामे को आईपीएस अधिकारी के फेसबुक पेज पर पोस्ट किया जाना चाहिए और मीडिया के साथ शेयर किया जाना चाहिए. नोटिस के मुताबिक, उन्हें सिंधुरी के बारे में फेसबुक पोस्ट भी डिलीट कर देनी चाहिए.
    आईपीएस डी रूपा ने क्या आरोप लगाए थे?
    गौरतलब है कि अपने फेसबुक पेज पर रोहिणी सिंधूरी की तस्वीरें शेयर करते हुए रूपा ने लिखा, “भले ही इस तरह की तस्वीरें सामान्य लगें, लेकिन जब एक महिला आईएएस अधिकारी केवल एक या दो नहीं, बल्कि तीन पुरुष आईएएस अधिकारियों को अकेले-अकेले तस्वीर भेजे तो इसका क्या मतलब है? यह उनका निजी मामला नहीं हो सकता है.” उन्होंने आगे लिखा, “…आईएएस सेवा आचरण नियमावली के अनुसार यह अपराध है. कोई भी जांच एजेंसी इन तस्वीरों की प्रामणिकता की जांच कर सकती है. सैलून हेयरकट तस्वीरें, तकिये पर लेटकर ली गई तस्वीर. यह किसी के लिए सामान्य हो सकता है. ऐसी तस्वीरें भेजने के पीछे का संदर्भ कुछ और लगता है.”