मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। कांग्रेस ने गुरुवार को देर रात अपनी दूसरी सूची जारी की जिसके बाद से ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई। कांग्रेस ने अपनी इच्छा विधायकों को टिकट नहीं दिया इसको लेकर अब 6 विधायक काफी नाराज हैं और कहा है कि यह धोखा हम भूलगा नहीं जिन अच्छे विधायकों के टिकट काटे गए हैं उनमें राकेश मवई, मेवाराम जाटव,मुरैना रामचंद्र दांगी, अजब सिंह कुशवाह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मोरवाल, ग्यारसी लाल रावत शामिल हैं।
नाराज है राकेश मावई
एमपी में कांग्रेस की बगावत के बीच पार्टी से नाराज राकेश मावई में बयान देते हुए कहा कि, “मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ से पूछना चाहता हूं कि मैं क्या गलत किया है उन्होंने मुझे टिकट नहीं दिया? मैंने 2020 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में उपचुनाव जीता। जबकि मेरे और मेरे परिवार के संबंध कांग्रेस नेता सिंधिया है। मैं एक सच्चा कांग्रेस कार्यकर्ता हूं और छात्र जीवन से ही पार्टी से जुड़ा हूं। मैं अन्य प्रत्याशियों की तरह बसपा या बीजेपी से पार्टी में नहीं आया हूं 2018 में मैं जिला पंचायत प्रमुख का चुनाव जीता। पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक मैं 8 बार चुनाव लड़ा और कभी हार नहीं हूं। तो फिर पार्टी मुझ पर विश्वास क्यों नहीं करती ?”
मैं यह धोखा कभी नहीं भूलूंगा: मुरली मोरवाल
इतना ही नहीं एमपी की कांग्रेस में इस समय काफी जोरों से बगावत शुरू हो गई है। जिन विधायकों का टिकट काटा गया है वह अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। मुरली मोर वाले दावा किया कि उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 40 करोड रुपए ऑफर किए गए थे लेकिन वह कांग्रेस पार्टी के वफादार रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “मैं इस विश्वास घात को कभी नहीं भूलूंगा।”