रामायण’ जैसा सुपर हिट शो बनाने वाले रामानंद सागर की पड़पोती साक्षी चोपड़ा म्यूजिक में अपना करियर बनाना चाहती हैं। साक्षी ने 10 साल की उम्र से ही वेस्टर्न वोकल में ट्रेनिंग ली और 18 साल की उम्र में लंदन के ट्रिनिटी कॉलेज से रॉक एंड पॉप में 8 साल की डिग्री हासिल की है। अब वे अपना पहला म्यूजिक एल्बम लॉन्च करने की तैयारी में जुट चुकी हैं।
साक्षी ने बताया कि उनका पहला एल्बम उनकी लव लाइफ से जुड़ा है। रियल लाइफ में उन्होंने रिलेशनशिप में काफी दर्द सहा है। अपने इसी अनुभव को वे अपने म्यूजिक के जरिए लोगों तक पहुंचाना चाहती हैं। बातचीत के दौरान, उन्होंने खुद को डिप्रेशन का शिकार होने की बात भी बताई और रामानंद सागर परिवार से होने के दबाव के बारे में भी खुलकर बात की। 9 साल की उम्र से ही मैं सिंगर बनने का सपना देखा करती थी, हर बार बस यही सोचती की मेरा अपना अल्बम कब रिलीज होगा।
आखिरकार अब मैं खुद को अपने सपने के करीब देख पा रही हूं। मैं तैयार हूं, दुनिया को दिखाने के लिए कि मैं क्या हूं और क्या सोचती हूं। मेरे म्यूजिक का जॉनर पॉप और आर एंड बी है। संगीत के जरिये अपनी सोच को दुनिया तक पहुंचाने के लिए बहुत उत्साहित हूं। मैंने अपने रिलेशनशिप में कई उतार चढ़ाव देखे हैं। जब-जब ब्रेक अप होता बहुत दर्द होता था। कई बार ऐसा लगता कि जिंदगी में कुछ बचा ही नहीं। आप किसी पर भरोसा करते हो और फिर वो आपका भरोसा तोड़ देता है, ये वाकई में बहुत दर्दनाक होता है।
मैंने अपने लव लाइफ में बहुत दर्द सहा हैं और इसीलिए अपना पहला म्यूजिक एल्बम इस टॉपिक पर बनाने का सोचा। मैं चाहती हूं कि मेरा ये गाना टीन एजर्स को प्रेरित करे। उन्हें इस बात का आश्वासन देना चाहती हूं कि सिर्फ रिलेशनशिप ही सब कुछ नहीं है। यदि आपको प्यार में धोखा मिला है तो उससे जिंदगी की हार मत मानिये। मेरी रियल लाइफ के अनुभव पर ये पूरा एल्बम आधारित है। इस बात से इंकार नहीं करूंगी कि मैं अपनी लाइफ में डिप्रेशन का शिकार हो चुकी हूं। सुसाइड के विचार भी आते थे लेकिन अब मैं उस फेज से बाहर आ चुकी हूं। मेरे परिवार वालों ने मेरे इस फेज में बहुत मदद की, खास तौर पर मेरी मां ने। उन्होंने मुझे बहुत सपोर्ट किया- मेंटली और इमोशनली। समय सभी घावों को भर देता है, है ना? मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। मैं फिर से प्यार में पड़ने के लिए तैयार हूं। बस मेरे पार्टनर में वफादारी और एडवेंचर जैसी क्वालिटीज होनी चाहिए।