इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर में छात्राओं के कपड़े उतारकर फोन की तलाश करने वाली शिक्षिका के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मल्हारगंज के सरकारी स्कूल में अंडरवियर और पैड तक हटाकर छात्राओं की तलाशी ली गई थी। हाई कोर्ट ने प्रशासन को कार्रवाई के लिए एक सप्ताह का समय दिया था।
जिला प्रशासन की जांच टीम ने बुधवार को स्कूल में टीचिंग स्टाफ के बयान दर्ज किए। इसके बाद शिक्षिका जया पवार के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 76, 79 और 75 के तहत केस दर्ज किया गया। बच्चियों के परिवारों ने एक ओर जहां मीडिया का आभार व्यक्त किया है, वहीं दूसरी ओर आरोपी शिक्षिका को निलंबित करने की मांग की है।
पिछले दिनों 10वीं कक्षा में फोन की घंटी बजने पर बाथरूम में कई लड़कियों के कपड़े उतरवाए गए थे। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि टीचर ने अंडरवियर तक उतरवा दिए थे। एक बच्ची ने पुलिस के सामने कहा, “मैडम कुछ सुनने को तैयार नहीं थीं। मैंने मैडम से यह भी कहा कि आप घर से मेरी मम्मी को बुला लो। मैंने रोते हुए कई बार कहा कि मैं कपड़े नहीं उतार सकती, लेकिन उन्होंने धमकी दी कि अगर मैंने अपनी सलवार नहीं उतारी तो वह खींचकर उतार देंगी। इतना कहते-कहते मैडम ने मेरी सलवार खींच दी। इसके बाद जया मैडम ने मेरा अंडरगारमेंट भी उतरवा दिया। मैंने कहा कि मुझे पीरियड्स हैं, तो मैडम ने मेरा पैड भी हटवाकर देखा।”
छात्राओं ने जब अपने परिवार वालों को इस घटना के बारे में बताया तो स्कूल में काफी हंगामा हुआ। घटना को लेकर छात्राएं अभी भी बहुत डरी हुई हैं। उन्होंने बताया कि सोते समय भी वही घटना याद आती है, जिससे वे रात में डरकर उठ जाती हैं। छात्राओं को अब यह डर सता रहा है कि अगर पवार मैडम फिर से स्कूल आ गईं तो उनके साथ क्या होगा। वहीं, छात्राओं के परिजन भी डरे हुए हैं कि स्कूल में कोई अनहोनी न हो जाए।
मीडिया से बात करते हुए छात्राओं ने यह भी बताया कि घटना के बाद जब स्कूल के सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तो स्कूल के मैदान में सभी छात्राएं एक साथ रोती हुई नजर आ रही थीं, लेकिन यह बात किसी को नहीं बताई जा रही। पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज जब्त किए गए हैं या नहीं, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं।
घटना के दो सप्ताह बाद मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने जब इस घटना की जांच शुरू की तो शुरुआत में केवल दो छात्राओं के बयान दर्ज किए गए थे। जया पवार ने जिन छात्राओं का सैनेट्री पैड हटाकर तलाशी ली थी, उनके परिजन के बयान 9 अगस्त को दर्ज किए गए। बाद में शनिवार को अन्य परिजनों के बयान भी लिए गए। सभी बयानों के बाद पुलिस अपनी रिपोर्ट जल्द ही प्रशासन को भेज सकती है।
इस घटना को लेकर जब 3 अगस्त को हिंदूवादी संगठनों ने स्कूल में प्रदर्शन किया, तो स्कूल स्टाफ ने पुलिस के सामने यह धमकी दी कि अगर जया पवार के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई, तो पूरा टीचिंग स्टाफ सामूहिक इस्तीफा दे देगा। इस जानकारी के बाद शिक्षा विभाग ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।