नई दिल्ली । दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में दिल दहला देने वाले साक्षी मर्डर केस में पुलिस ने आरोपी साहिल को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच पीड़िता की मां का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि जब मुझे घर पर इस बारे में बताया गया तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। उन्होंने ये भी बताया कि घटना के बाद अभी बेटी को नहीं देखा है। वहीं पीड़िता के पिता ने कहा है कि जिसने मेरी बेटी को मारा है वैसे ही उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि फिर से ऐसा कोई न कर सके।
‘मैंने अभी तक अपनी बेटी को नहीं देखा है’
साक्षी के हत्या के बाद से उनकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मेरे घर पर एक लड़की बताने आई थी। मैंने उसे डांटकर भगा दिया। मुझे लगा कि ऐसे मेरी बेटी को कौन मार सकता है। मैंने बाहर निकल कर देखा तो वहां लोगों की भीड़ थी। तब तक वहां पुलिस आ गई और मुझे वापस ले गई। मैं अपने पति को भी नहीं बता पाई। बाद में मैंने कॉल करके पति को बात बताकर बुलाया। मैंने अभी तक अपनी बेटी को नहीं देखा है।’
‘साहिल के बारे में नहीं जानती पीड़िता की मां’
जब उनसे पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि आपकी बेटी को क्यों मारा। तो उन्होंने कहा कि इस बारे में वो कुछ नहीं जानती। अब उनकी बेटी जिंदा नहीं। अगर कोई उनके साथ मारपीट होती तो वो जरूर मुझे बताती। लेकिन उसे किसने और क्यों मारा इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी उनसे काम करने की जिद कर रही थी। मैंने उसे काम करने से मना कर दिया। मैंने कहा कि तेरी मां अभी जिंदा है तुझे काम करने की कोई जरूरत नहीं है। तू क्यों कमाने जाएगी। मैं तेरी जरूरतों को पूरा करूंगी। इसके बाद उसने मुझसे कहा कि मैं शौचालय तक जा रही हूं। वो गली में गई। इसके बाद किसी ने उसे मार डाला।’ पीड़िता की मां ने कहा कि अगर आरोपी को पकड़ कर थाने में रखा गया तो वो वहां से निकल जाएगा। रिश्वत के जमाने में उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है।
‘बेटी के हत्यारे को मिले कड़ी सजा’
साक्षी के पिता मजदूरी करते हैं। उन्होंने बेटी के हत्यारे के खिलाफ कड़ी सजा की अपील की है। उन्होंने कहा ‘मेरी बेटी की हालत बहुत बुरी थी। मुझे साहिल के बारे में कुछ नहीं पता था। उन दोनों के बीच क्या था? कल पूछताछ में मुझे पता चला। मेरी बेटी का स्वभाव अच्छा था। मेरी मांग है कि जैसे उसने मेरी बेटी को मारा है वैसे ही उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि फिर से ऐसा कोई न कर सके। मैं मजदूरी करता हूं।